बैतूल में कॉन्ट्रेक्ट फार्मिंग के नाम पर धोखाधड़ी, किसानों का पैसा लेकर डेढ़ साल से है कंपनी फरार

फसल की कीमत की भुगतान को लेकर डेढ़ साल से भटक रहे हैं किसान, कॉन्ट्रेक्ट फार्मिंग नाम पर धोखाधड़ी कर कंपनी फरार

Publish: Feb 12, 2021, 06:18 AM IST

Photo Courtesy: Deccan Chronicle
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बैतूल/भोपाल। मध्यप्रदेश में कॉन्ट्रेक्ट फार्मिंग के नाम पर धोखाधड़ी का एक और मामला सामने आया है। बैतूल में किसानों का पैसा लेकर पिछले डेढ़ साल से एक कंपनी फरार है। लेकिन अब तक कंपनी का कुछ अता पता नहीं चल पाया है। हैरानी भरी बात यह है कि किसानों ने हॉर्टिकल्चर डिपार्टमेंट के कहने पर धोखाधड़ी करने वाली कंपनी के साथ करार किया था। 

इस बात का खुलासा एक स्थानीय अखबार ने अपनी एक रिपोर्ट में किया है। बैतूल के 200 किसानों ने सहजन (ड्रमस्टिक) की खेती करने के लिए सितम्बर 2018 में एक कंपनी से करार किया था। लेकिन कंपनी रातों रात किसानों का पैसा लेकर गायब हो गई। डेढ़ साल बीतने को आ गए हैं लेकिन अब तक धोखाधड़ी करने वाली कंपनी का कोई नामो निशान नहीं मिल पाया है। 

बैतूल के भैसदेही गांव के निवासी नदीम खान ने बताया कि किसानों ने यूडब्ल्यूईजीओ नामक कंपनी से करार किया था। इस कंपनी के बारे में हॉर्टिकल्चर डिपार्टमेंट ने किसानों को जानकारी दी थी। नदीम खान के मुताबिक विभाग की सिफारिशों के बाद ही सितम्बर 2018 में किसानों ने कंपनी से करार किया था। 

नदीम खान ने बताया कि करार के मुताबिक उन्हें कंपनी को पौधरोपण के लिए प्रति एकड़ 20 हज़ार रुपए का भुगतान करना था। नदीम खान ने दो एकड़ ज़मीन का रजिस्ट्रेशन करा कर कंपनी को 40 हज़ार रुपए का भुगतान किया था। खान ने बताया कि कंपनी को तकनीकी जानकारी नहीं थी लेकिन इसके बावजूद कंपनी ने फसल की उचित कीमत देने का आश्वासन दिया था। लेकिन अचानक ही कंपनी बिना पौधे दिए ही रफूचक्कर हो गई। नदीम खान ने बताया कि कंपनी द्वारा उल्लेखित फोन नंबर पर संपर्क नहीं हो पा रहा है। इसके साथ ही कंपनी ने अपना जो पता दिया था, उस जगह भी कंपनी का कोई ऑफिस नहीं है।

नदीम खान ने बताया कि कंपनी के धोखाधड़ी करने का प्रकरण सामने आने के बाद उन्होंने सितंबर 2019 में कलेक्टर से शिकायत भी की थी। लेकिन पहली शिकायत के बाद अब तक कई मर्तबा धोखाधड़ी की शिकायत कर चुके हैं लेकिन कंपनी का कुछ अता पता नहीं चल रहा है।