Indore: 5 दिन तक फ्रीजर में पड़ा रहा नवजात का शव

MY Hospital: तीन दिन में दूसरी बार इंदौर के एमवाय अस्पताल में मानवता शर्मसार, 5 दिनों तक मर्चुरी के फ्रीजर में रखा रहा नवजात का शव

Updated: Sep 20, 2020, 01:42 AM IST

Photo Courtesy: Bhaskar
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इंदौर। तीन दिन में दूसरी बार एमवाय अस्पताल में मानवता को शर्मसार करने का मामला सामने आया है। स्ट्रेचर पर रखे शव के कंकाल में तब्दील होने के मामले के बाद एक बार फिर एक मासूम बच्चे को अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही की वजह से अंतिम संस्कार तक के लिए तरसना पड़ा। महाराजा यशवंतराव अस्पताल की मर्चुरी में गुरुवार को एक नवजात लावारिस बच्चे का शव एक बाक्स में बंद मिला है।

जिसके बाद अस्पताल में हड़कंप मच गया है। यह शव करीब पांच दिन से एमवाय अस्पताल के मर्चुरी रूम के फ्रीजर में रखा था। 6 महीन के बच्चे की मौत के बाद अस्पताल कर्मचारी शव रखकर भूल गए। 5 दिन बाद भी बच्चे का पोस्टमॉर्टम नहीं किया गया, जबकि नियमानुसार उसका 24 घंटे के भीतर पोस्टमॉर्टम हो जाना चाहिए था।

झाडियों से बाक्स तक होकर गुजरा बच्चे का सफर

यह बच्चा 17 अप्रैल को कटीली झाड़ियों में अलीराजपुर के पीठली गांव में मिला था। जहां किसी चौकीदार ने पुलिस को सूचना दी थी। जिसके बाद उसे अलीराजपुर जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया। वहां बच्चे को SNCU में रखा गया था। वहां चार महीने इलाज के बाद बच्चे को इंदौर रेफर कर दिया गया। लेकिन मासूम बच्चे को इतने बड़े अस्पताल में भी कोई आराम नहीं मिल पाया और उसकी मौत हो गई। बच्चे को पहले तो उसकी मां ने अपने आंचल से दूर कर दिया।  फिर उसे एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल औऱ फिर मर्चुरी के बाक्स में पनाह मिली लेकिन अब भी अंतिम संस्कार को तरसना पड़ा। अस्पताल प्रबंधन ने ना तो पुलिस को बच्चे की मौत की जानकारी दी और ना ही पोस्टमार्टम करवाया।  

कंकाल मामले की जांच के दौरान मर्चुरी में मिला शव

दरअसल इसी अस्पताल में एक महीने से स्ट्रेचर में पड़े शव के कंकाल बनने के मामले की जांच के दौरान गुरुवार को टीम मर्चूरी रूम पहुंची। यहां शवों की पड़ताल के दौरान फ्रिजर के पास एक बॉक्स मिला। जिसमें 6 महीने के मासूम बच्चे का शव रखा था। नियमानुसार मौत के 24 घंटे में ही पुलिस को सूचना देकर बच्चे का पोस्टमार्टम हो जाना चाहिए था। वहीं इस मामले में संयोगितागंज पुलिस का कहना है कि इस बच्चे के मामले में अस्पताल की ओर से कोई सूचना नहीं मिली थी। अब अस्पताल प्रबंधन दोषियों पर कार्रवाई की बात कह रहा है।

Click Indore: अंतिम संस्कार के इंतजार में कंकाल बना शव

गौरतलब है कि दो दिन पहले इसी अस्पताल की मर्चुरी के स्ट्रेचर पड़े शव के कंकाल में तब्दील होने का मामला सुर्खियों में था। जिसे 30 दिन तक ना तो मर्चुरी के फ्रीजर में रखा गया था और ना ही उसका अंतिम संस्कार किया गया। लावारिस की लाश स्ट्रेचर पर रखे हुए ही कंकाल में तब्दील हो गई थी। कंकाल मामले में मानवाधिकार आयोग ने इंदौर कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक और महाराजा यशवंतराव अस्पताल अधीक्षक से 4 हफ्ते में जवाब तलब किया है। इसी जांच के दौरान नवजात बच्चे का शव फ्रीजर में रखा मिला है।