ग्वालियर के पीएमएस कन्या छात्रावास में प्रशासनिक उत्पीड़न का आरोप, दिग्विजय सिंह ने पूछा मामा कहां हैं

ग्वालियर में पीएमएस अनुसूचित जाति कन्या छात्रावास की लड़कियों ने प्रभारी सहायक आयुक्त हरीबाबू शर्मा एवं अन्य अधिकारियों पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है.. आरोप है कि आधी रात को उनके सामान हास्टल से फेंक दिए गए और उन्हें भेड़ बकरियों की तरह दूसरे हॉस्टल में रहने को मजबूर किया गया.. दिग्विजय सिंह ने दोषियों पर कार्रवाई की माँग की है

Updated: Jun 21, 2022, 01:15 PM IST

Photo Courtesy: OrissaPost
Photo Courtesy: OrissaPost

भोपाल। ग्वालियर में थाटीपुर स्थित अनुसूचित जाति/जनजाति कन्या छात्रावास में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। बीते कुछ दिनों से ऐसी खबरें आ रही हैं जिसमें छात्राएं अपने साथ होनेवाली प्रताड़ना के खिलाफ मुखर हैं। छात्राओं का आरोप है कि हॉस्टल प्रशासन उन्हें एक ऐसे हॉस्टल में शिफ्ट करना चाहता है, जहां पहले से ही क्षमता से ज्यादा लड़कियां रहती हैं। हॉस्टल अधीक्षक द्वारा उन्हें भेड़ बकरियों की तरह रहने को मजबूर किया जा रहा है, आधी रात को उनके सामान हॉस्टल से बाहर फेंक दिये जा रहे हैं। छात्राओं पर अत्याचार की इस घटना पर राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने प्रशासनिक जांच की मांग की है। साथ ही दोषी प्रभारी सहायक आयुक्त, छात्रावास अधीक्षक सहित अन्य के खिलाफ कार्यवाही के निर्कीदेश देने के लिए सीएम को पत्र लिखा है। 

दिग्विजय सिंह ने इस सूचना को साझा करते हुए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को आगाह किया है कि इन छात्राओं के साथ भेदभाव वाला बर्ताव रोका जाए। छात्राओं ने प्रभारी सहायक आयुक्त हरीबाबू शर्मा पर जातिगत आधार पर भी गरीब वंचित वर्ग से आने वाली छात्राओं को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। इससे पहले छात्राएं एसपी कलेक्टर को भी शिकायत कर चुकी हैं, लेकिन अधिकारियों ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई से आंखें मूंद ली हैं। 

कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने पत्र में लिखा है कि "आप ऐसे तो प्रदेश की बेटियों को अपनी भांजियाँ कहते हैं और आपके ही शासन में गरीब वंचित वर्ग की इन छात्राओं के साथ आपके अधिकारी जो व्यवहार कर रहे हैं इससे आप बेखबर हैं? पीएमएस अनुसूचित जाति कन्या छात्रावास थाटीपुर की छात्राओं ने उनके साथ हो रहे अत्याचार की पूरी घटना की शिकायत प्रशासन स्तर तक पहुंचाई है..प्रभारी सहायक आयुक्त हरीबाबू शर्मा द्वारा छात्राओं को प्रताड़ित किया जा रहा है.." 

सिंह ने लिखा है कि यह छात्रावास उस क्षेत्र में स्थित है जहां से केन्द्र सरकार के दो कैबिनेट मंत्री एवं राज्य सरकार के दो मंत्री आते हैं। वहां प्रभारी सहायक आयुक्त की मनमानी किसके इशारे पर चल रही है? छात्राओं ने बताया है कि कुछ समय पहले छात्रावास की अधीक्षिका ने रात करीब 1 बजे थाटीपुर के छात्रावास भवन से उनका सामान नीचे रोड पर फेंका और उन्हें जबरदस्ती रात में सीपी कॉलोनी के छात्रावास भवनों में ले गए, जहां 50-50 छात्राओं की क्षमतावाले छात्रावास में 150 छात्राओं को रहने के लिए मजबूर किया गया" 

पूर्व मुख्यमंत्री ने लिखा कि 'एक प्रभारी सहायक आयुक्त द्वारा छात्रावासों में रहने वाली गरीब वंचित वर्ग की छात्राओं को इस तरह प्रताड़ित करने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं किये जाने से पता चलता है कि उक्त अधिकारियों की उच्च स्तर पर पहुँच है। छात्राओं ने बताया है कि प्रभारी सहायक आयुक्त द्वारा आये दिन छात्रावास में मांसाहार की पार्टी की जाती है। विरोध करने पर छात्राओं के कमरों की बिजली काट दी जाती है एवं पानी बंद कर दिया जाता है..'