Digvijay Singh : संगीत यूनिवि‍र्सिटी में प्राध्यापकों की फर्जी नियुक्तियां

Mansingh Sangeet University : शिकायतों पर तत्कालीन कुलपति ने करवाई जांच मगर अब तक नहीं हुई कोई कार्रवाई

Publish: Jul 14, 2020, 10:12 PM IST

पूर्व मुख्यमंत्री व वरिष्‍ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने ग्वालियर स्थित मानसिंह तोमर संगीत एवं कला विश्वविद्यालय में सहायक प्राध्यापक के पद पर नियुक्त प्राध्यापकों की नियुक्ति को फर्जी करार दिया है। प्राध्यापकों की नियुक्ति हेतु जांच व उनको अपदस्थ किए जाने हेतु पूर्व मुख्यमंत्री ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से पत्र के माध्यम से उन्होंने उचित कारवाई करने की मांग की है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का आरोप है कि विश्वविद्यालय में पदस्थ सहायक प्राध्यापक की नियुक्तियां फर्जी हैं, तथा उनके विरोध यथाशीघ्र कार्रवाई करने की आवश्यकता है।

पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने राज्यपाल को लिखे अपने पत्र के माध्यम से बताया है कि विश्वविद्यालय में कुल चार सहायक प्राध्यापक हैं जिनकी नियुक्ति में बहुत बड़ा फर्जीवाड़ा हुआ है। सहायक पद पर नियुक्त योगेश्वरी फिरोजिया, सुनील पावगी, योगेंद्र चौबे तथा अंजना झा की नियुक्ति विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के मापदंडों के विरूद्ध की गई है। इन प्राध्यापकों के खिलाफ अनेक शिकायतों के प्राप्त होने के बाद तत्कालीन कुलपति द्वारा जांच तो करवाई जा चुकी है लेकिन इनके खिलाफ कोई कार्रवाई अब तक नहीं हुई।

प्राध्यापकों के पास ज़रूरी दस्तावेज़ नहीं

सहायक प्राध्यापक पद पर नियुक्त योगेश्वरी फिरोजिया की अकादमिक दक्षता की वास्‍तविकता सामने रखते हुए सिंह ने बताया है कि फिरोजिया का अकादमिक रिकॉर्ड किसी भी मायने में सहायक प्राध्यापक पद पाने के काबिल नहीं है। फिरोजिया को 1988 सेकेंडरी परीक्षा में लगभग 14 अंक ग्रेस के तौर पर दिए गए थे। माध्यमिक शिक्षा मंडल की परीक्षाओं में 14 अंक ग्रेस के तौर पर नहीं दिए जाते। फिरोजिया के साथ साथ तीन अन्य सहायक प्राध्यापकों के पास यूजीसी के मापदंडों के अनुसार प्राध्यापक बनने योग्य शोध अनुभव, बुक पब्लिश तथा अन्य ज़रूरी अकादमिक दस्तावेज़ नहीं है।

पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने इन सहायक प्राध्यापकों के विरूद्ध जांच कर नियुक्तियां तत्काल प्रभाव से निरस्त करने की मांग की है।