प्रदेश के डॉक्टरों ने मुख्यमंत्री से की सुरक्षा की गुहार, पत्र लिखकर अस्पतालों में पुलिस तैनात करने की मांग

सेंट्रल मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को लिखा पत्र, बड़े अस्पतालों, मेडिकल कॉलेजों में पुलिस की तैनाती की मांग, मरीजों की मौत के बाद परिजन करते हैं डॉक्टरों की पिटाई

Updated: Apr 27, 2021, 02:17 PM IST

भोपाल। प्रदेश में कोरोना का कहर जारी है। मरीजों की बढ़ती संख्या के बीच अस्पतालों में कोरोना से मरने वालों की संख्या भी चिंताजनक बनी हुई है। अस्पतालों में रोजाना परिजनों द्वारा हंगामा और मारपीट की खबरे आ रही हैं, इस बीच प्रदेश के डाक्टरों ने सुरक्षा की मांग की है। डाक्टरों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को पत्र लिखकर अस्पतालों में पुलिस बल तैनात करने की मांग की है। सेंट्रल मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को लिखे पत्र में कहा है कि अस्पतालों का स्टाफ और डॉक्टर कोरोना मरीजों की सेवा में दिन रात लगे हैं। अस्पतालों में स्टाफ की कमी दवा उपकरणों, ऑक्सीजन और अस्पतालों में सुविधाओं के बीच भी डॉक्टर कोरोना संक्रमितों का इलाज करने में जुटे हैं।

लाख कोशिशों के बाद भी अगर किसी मरीज की मौत हो जाती है, तो डाक्टरों को परिजनों के गुस्से का सामना करना पड़ता है। परिजन कई बार तो हिंसक होकर अस्पताल में काम कर रहे डॉक्टरों और जूनियर डॉक्टरों पर गुस्सा करते हैं। कई बार बात मारपीट तक पहुंच जाती है। परिजन डॉक्टरों को घायल तक कर देते हैं। इसी समस्या से निपटने के लिए सेंट्रल मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री से अपील की है कि सभी सरकारी अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों समेत सभी बड़े हॉस्पिटल्स के बाहर और वार्डों में पुलिस तैनात की जाए, ताकि डाक्टर निडर होकर काम कर सकें। विपरीत परिस्थिति में डाक्टरों की सुरक्षा पुलिस कर सके।

कोरोना महामारी के दौर में भोपाल, ग्वालियर, इंदौर समेत कई स्थानों पर डॉक्टरों से मारपीट की घटनाएं बढ़ीं हैं। मरीजों के परिजनों द्वारा डॉक्टरों की पिटाई के वीडियो वायरल तक हुए हैं। इसी के मद्देनजर अब डाक्टरों ने अपनी सुरक्षा के लिए अस्पतालों में पुलिस की तैनाती की मांग की है।