शर्मनाक! अस्पताल में नहीं मिली एंबुलेंस, कंधे पर भतीजी का शव लेकर घर पहुंचे परिजन
पोड़ी निवासी लक्ष्मण अहिरवार की 4 वर्षीय बेटी राधा की तेज बुखार के कारण छतरपुर जिला चिकित्सालय में भर्ती करवाया गया जहाँ इलाज के दौरान राधा की मौत हो गई
छतरपुर। मध्य प्रदेश के छतरपुर की एक तस्वीर मध्य प्रदेश में सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं की पोल खोलती है। एंबुलेंस के अभाव में अपनी भतीजी का शव कंधे पर उठाकर मजबूर चाचा पैदल घर पहुंचा। विकास और सुशासन का दावा करने वाली शिवराज सरकार के लिए ये तस्वीर आइना दिखाती है।
दरअसल पोड़ी निवासी लक्ष्मण अहिरवार की 4 वर्षीय बेटी राधा को तेज बुखार के कारण परिजनों ने बक्सवाहा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया। बच्ची की गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने उसे छतरपुर जिला चिकित्सालय भेज दिया। जहां इलाज के दौरान राधा की मौत हो गई। परिजनों ने अस्पताल प्रशासन से गुहार लगाई कि एंबुलेंस से बच्ची के शव को घर भेजने की व्यवस्था की जाए। काफी देर इंतजार करने के बाद जब कोई सुनवाई नहीं हुई तो चाचा ने छलकती आंखों से बच्ची को कंधे पर उठाकर पैदल चलना शुरू कर दिया।
छतरपुर में 4 वर्षीय भतीजी राधा की मौत के बाद शव को कंधे पर ले जाने को मजबूर चाचा।
— Devendra Singh Rathod (@DevendraBana91) June 8, 2022
ये वीडियो शिवराज सरकार के विकास और सुशासन के दावा को आइना दिखाती है। pic.twitter.com/rdXRqs97Gu
जब कुछ लोगों ने जब युवक को बच्ची के शव को कंधे पर पैदल ले जाते देखा तो इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया। वीडियो वायरल होने पर जैसे ही नगर परिषद को इसकी सूचना प्राप्त हुई तो वाहन से शव को घर लाया गया।
वहीं इस घटना पर एसडीएम राहुल सिलाडिया ने कहा कि मामला हमारे संज्ञान में आया है, भविष्य में इस तरह के घटनाक्रम की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए जाएंगे और इस मामले मे दोषी कर्मचारियों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। इससे पहले सिंगरौली में एंबुलेंस नही मिलने के बाद एक बाप अपनी बेटी के शव को खाट पर लेकर करीब 35 किलोमीटर पैदल चला था।