MP चुनाव नतीजों के बाद सवालों के घेरे में ईवीएम, सांसद विवेक तन्खा ने कोर्ट में चुनौती देने के दिए संकेत

विवेक तन्खा ने लिखा कि जबलपुर के आठों सीट पर डाक मतपत्रों की गिनती में कांग्रेस आगे थी, लेकिन चुनाव नतीजे बताते हैं कि जबलपुर की एक सीट पर ही कांग्रेस चुनाव जीत पाई है।

Updated: Dec 04, 2023, 02:34 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को अप्रत्याशित हार का सामना करना पड़ा है। चुनाव के नतीजे चौंकाने वाले हैं। भाजपा ने यहां 230 में से 163 सीटों पर जीत दर्ज की है, जबकि कांग्रेस 66 सीटों पर ही सिमटकर रह गई है। जमीनी हालात जानने वाले किसी भी व्यक्ति को चुनाव नतीजों पर भरोसा नहीं हो पा रहा है। यहां तक कि भाजपा के लोग भी कन्फ्यूज हैं कि इतनी सीटें कैसे आ गई।

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजों ने विपक्षी नेताओं को कई मुद्दों पर आत्मचिंतन करने के लिए मजबूर कर दिया है। इसमें सबसे पहला मुद्दा ईवीएम है। सवाल ये उठ रहे हैं कि क्या ईवीएम के रहते भाजपा को हराया जा सकता है? इसका जवाब किसी के पास नहीं है। लेकिन ईवीएम के साथ छेड़छाड़ नहीं की जा रही है ये मानना भी कठिन है।

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ईवीएम को लेकर कांग्रेस सांसद विवेक तन्खा ने सुप्रीम कोर्ट के दिग्गज अधिवक्ता कपिल सिब्बल से बातचीत की है। तन्खा ने सर्वोच्च न्यायालय में ईवीएम को चुनौती देने के संकेत दिए हैं। उन्होंने ट्वीट में लिखा, 'चुनाव परिणाम ने सब को आश्चर्य चकित कर दिया। यक़ीन के परे। ⁦कपिल सिब्बल जी से विषय में मेरी गंभीर चर्चा सुप्रीम कोर्ट में हुई। प्रजातंत्र के सिपाही।' 

तन्खा ने एक पोस्ट का स्क्रीनशॉट भी साझा किया है जिसमें लिखा गया है कि जबलपुर के आठों विधानसभा सीटों पर डाक मतपत्र पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की। हालांकि, एक्चुअल नतीजों की बात करें तो जबलपुर में कांग्रेस सिर्फ एक सीट पर ही जीत हासिल करने में कामयाब रही। 

बता दें कि मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजों ने INDIA गठबंधन के दलों को भी सोचने पर मजबूर कर दिया है। शिवसेना सांसद संजय राउत का भी बयान सामने आया है जिसमें उन्होंने बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग की है। राउत ने कहा कि हम ये चाहते हैं कि केवल एक चुनाव बैलेट पेपर पर कराई जाए ताकि किसी के मन में आगे से शंका न रहे।