मध्य प्रदेश के रीवा में बीजेपी पर बरसे राकेश टिकैत, कहा, देश बचाने की लड़ाई में पीछे नहीं हटेगा किसान

राकेश टिकैत ने कहा, नौजवान सो रहा है, इसलिए देश बिक गया, सरकार ने विपक्ष को दबा दिया, किसान नहीं दबेगा, बीजेपी ने भूख का कारोबार शुरू किया, ये किसी पार्टी की नहीं बड़े कारोबारियों की सरकार है

Updated: Mar 14, 2021, 01:39 PM IST

Photo Courtesy: Dainik Bhaskar
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रीवा। किसान नेता राकेश टिकैत पश्चिम बंगाल में बीजेपी को वोट की चोट देने की अपील करने के बाद अब मध्य प्रदेश के दौरे पर हैं। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने आज रीवा में एक विशाल सभा को संबोधित किया। अपने भाषण में टिकैत ने कृषि क़ानूनों को किसान विरोधी बताया और उन्हें पास कराने वाली मोदी सरकार पर जमकर बरसे।

टिकैत ने कहा कि देश का नौजवान सो रहा है, इसलिए देश बिक गया। विपक्ष कमजोर था, उसने भी कुछ नहीं किया। वह करे भी क्या, उसे इतना दबा दिया, बोलने तक नहीं दिया। किसान नेता ने कहा कि 2021 आंदोलन का साल है। सभी मिलकर देश को बचाने के लिए आंदोलन करें। टिकैत ने भरोसा दिलाया कि किसान देश को बचाने की इस लड़ाई में अपने कदम पीछे नहीं करेगा। रीवा की करहिया मंडी में आयोजित किसान महापंचायत में रीवा, सतना, सीधी, सिंगरौली, शहडोल, उमरिया, अनूपपुर, पन्ना आदि जिलों से किसान पहुंचे। मंच पर देशभर के किसान संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ समाजसेवी मेधा पाटकर भी मौजूद रहीं।

महापंचायत में राकेश टिकैत ने कहा कि दुनिया में भूख एक व्यापार बन गया है। उन्होंने कहा कि महिलाएं सोना एक साल में 17 बार पहनती हैं। तीज त्योहार और शादी समारोह में, जबकि इंसान को भूख दिन में कम से कम दो बार यानी साल में 700 बार लगती है। इसीलिए बीजेपी ने भूख का कारोबार शुरू किया। उसने कहा कि पहले जमीन खरीद लो। गोदाम बना लो। फिर अनाज की बिक्री करो। राजस्थान और हरियाणा में पहले बड़े-बड़े गोदाम बन गए। उसके बाद कानून लाया गया।

टिकैत ने आरोप लगाया कि यह केंद्र सरकार किसी पार्टी की नहीं है, बड़े व्यापारियों की है। बीजेपी के बड़े-बड़े नेता तक अपने मन की बात नहीं बोल पा रहे। हमें उन्हें आज़ादी दिलानी होगी। राकेश टिकैत ने कहा कि इस सरकार ने अपनी ही पार्टी के सब बड़े नेताओं को नाप दिया है। इसका यही मतलब है कि ये पार्टी की सरकार नहीं है। पहले भी सरकारें रही हैं। मनमोहन सिंह भी प्रधानमंत्री रहे। जब गेहूं की पैदावार कम हुई, तो उन्होंने किसानों को बुलाया। टिकैत साहब को बुलाकर बात की। किसानों की मेहनत का ही नतीजा है कि आज देश में गेहूं की कमी नहीं होती।

जब देश बिक रहा था, तो कोई नहीं बोला। पहले बीएसएनएल की बोली लगी। कर्मचारियों ने आंदोलन किया, कुछ नहीं हुआ। इसी तरह बैंक और रेलवे के साथ हुआ।  सरकार ने तरह-तरह के हथकंडे अपनाकर सबको दबा दिया, लेकिन किसान दबने वाला नहीं है। राकेश टिकैत महापंचायत के बाद किसानों के काफिले के साथ शाम को मैहर में शारदा देवी के दर्शन करने गए। कल यानी सोमवार 15 मार्च को 12 बजे राकेश टिकैत जबलपुर जिले की सिहोरा मंडी में किसान महापंचायत करेंगे।