शंभू बॉर्डर से आज फिर दिल्ली कूच करेंगे किसान, पुलिस ने की मल्टी लेयर बैरिकेडिंग, इंटरनेट बंद

किसान अपनी मांगों को लेकर पिछले 10 महीनों से शंभू और खनौरी बॉर्डर पर डटे हुए हैं। आज शंभू बॉर्डर से 101‍ किसानों का जत्‍था दिल्‍ली के लिए रवाना होगा।

Updated: Dec 14, 2024, 09:58 AM IST

नई दिल्ली। फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की कानूनी गारंटी और कर्जमाफी समेत अन्य मांगों को लेकर किसानों का प्रदर्शन जारी है। किसान पिछले 10 महीनों से शंभू और खनौरी बॉर्डर पर डटे हुए हैं। आज शंभू बॉर्डर से 101‍ किसानों का जत्‍था दिल्‍ली के लिए रवाना होगा। किसानों के मार्च को ध्‍यान में रखते हुए अंबाला में कई हिस्‍सों में इंटरनेट सेवा रोक दी गई है।

दिल्‍ली कूच को लेकर किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा कि आज विरोध प्रदर्शन का 307वां दिन है। आज शंभू बॉर्डर से 101 किसानों का हमारा तीसरा 'जत्था' 12 बजे तक दिल्ली के लिए रवाना होगा। पूरा देश इस विरोध प्रदर्शन से जुड़ा हुआ है। पंढेर ने कहा कि जसविंदर सिंह लोंगोवाल और मलकीत सिंह के नेतृत्व में हमारा तीसरा समूह ठीक 12 बजे यहां से शांतिपूर्ण तरीके से आगे बढ़ेगा।

पंढेर ने आगे कहा कि हमें खनौरी से सूचना मिल रही है कि जगजीत सिंह डल्लेवाल की तबीयत ठीक नहीं है। पीएम और गृह मंत्री को छोड़कर पूरा देश उनके स्वास्थ्य को लेकर चिंतित है। न तो वे हमारे दिल्ली मार्च को लेकर चिंतित हैं, न ही वे खनौरी में जो हो रहा है, उससे चिंतित हैं। हमारा मानना है कि समिति बनाना हमारी समस्या का समाधान नहीं है। अगर सरकार समाधान पर पहुंचना चाहती है, तो उन्हें हमारे साथ बातचीत करनी चाहिए।

दिल्ली की ओर किसानों के मार्च के मद्देनजर हरियाणा में 14 दिसंबर सुबह 6 बजे से 17 दिसंबर रात बजे तक अंबाला के कुछ हिस्सों में इंटरनेट सेवाएं तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दी गईं हैं। हरियाणा के गृह विभाग ने इसका आदेश जारी किया है। वहीं, अंबाला के डिप्टी कमिश्नर पार्थ गुप्ता ने कहा कि किसानों को दिल्ली में विरोध प्रदर्शन की अनुमति नहीं मिली है। अगर आपके (किसानों) पास जरूरी अनुमति है, तो आप आगे बढ़ सकते हैं, लेकिन अगर नहीं है, तो हमें आपको रोकना होगा।

शंभू बॉर्डर पर किसानों को रोकने के लिए बॉर्डर पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। हरियाणा पुलिस ने सड़क पर कीलें और कंक्रीट की दीवार बनाकर मल्टी लेयर बैरिकेडिंग की हुई है। पिछली बार की तरह इस बार भी किसानों और पुलिस के जवानों के बीच संघर्ष देखने को मिल सकता है। जींद और पंजाब के दातासिंह वाला बॉर्डर पर भी सुरक्षा कड़ी की गई है। दातासिंह वाला बॉर्डर फिलहाल सील है।

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उधर, किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल किसानों की मांगों को लेकर 26 नवंबर से आमरण अनशन कर रहे हैं। किसानों के मुताबिक उनकी तबीयत बिगड़ती जा रही है। उनके अनशन को पूरे 19 दिन हो चुके हैं। फिलहाल भारतीय किसान यूनियन डल्‍लेवाल के आमरण अनशन को देखते हुए भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) ने भी उनके आंदोलन को समर्थन दिया है। नेता राकेश टिकैत आज खनौरी बॉर्डर पर जगजीत सिंह डल्‍लेवाल से मुलाकात करने वाले हैं।