मध्य प्रदेश के धार्मिक शहरों में शराबबंदी की तैयारी, नई आबकारी नीति में इस पर होगा अमल
उज्जैन, ओंकारेश्वर, ओरछा, चित्रकूट समेत राज्य के अन्य तमाम धार्मिक नगरों की सीमा में शराब बिक्री को प्रतिबंधित करने की तैयारी है।

भोपाल। मध्य प्रदेश की मोहन यादव सरकार राज्य के धार्मिक नगरों में शराबबंदी लागू करने की तैयारी में है। इसके तहत उज्जैन, ओंकारेश्वर, ओरछा, चित्रकूट समेत राज्य के अन्य तमाम धार्मिक नगरों की सीमा में शराब बिक्री को प्रतिबंधित किया जाएगा। सीएम मोहन यादव ने कहा कि नई आबकारी नीति में इस फैसले पर अमल होगा।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शराबबंदी को लेकर कहा, 'हम प्रदेश के धार्मिक शहरों में शराबबंदी लागू करने की योजना बना रहे हैं। एमपी सरकार अपनी शराब नीतियों में इसे संशोधित करेगी, क्योंकि बजट सत्र नजदीक है।' इसके पीछे की वजह पर उन्होंने कहा कि कई संतों और साधुओं ने भी हमसे यह निर्णय लेने का अनुरोध किया है। इसलिए इस योजना पर तेजी से काम चल रहा है।
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सीएम मोहन यादव ने कहा कि प्रदेश की सरकार पवित्र शहरों में शराबबंदी को लेकर बहुत गंभीर है और जल्द ही इसे शहरों में लागू किया जाएगा। सीएम ने कहा कि शराब केवल धार्मिक क्षेत्रों और मंदिर क्षेत्रों के बाहर वाले क्षेत्र में ही बेची जा सकेगी। बताया जा रहा है कि 1 अप्रैल से शुरू होने वाले वित्तीय वर्ष में इस पर अमल किया जा सकता है। शराब से मिलने वाले राजस्व की भरपाई के लिए धार्मिक नगरों के बाहर की सीमाओं में शराब की दुकानें खोलने को लेकर आबकारी विभाग के अधिकारी मंथन कर रहे हैं।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने सीएम मोहन यादव के प्रदेश में धार्मिक शहरों में शराबबंदी के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि इससे पहले नर्मदा किनारे शराबबंदी का फैसला लिया गया था लेकिन नर्मदा किनारे एक गांव नहीं हैं, जहां पर अवैध या वैध शराब नहीं बिक रही हो। पटवारी ने कहा कि सीएम मोहन यादव को रोज नई हेडलाइन देने का शौक बन गया है। धार्मिक शहरों में यदि सरकार को शराब बंद करना था तो एक साल हो गए, सीएम यादव उज्जैन के रहने वाले हैं, सबसे पहले वहीं बंद करते।
जीतू पटवारी ने आगे कहा कि सीएम यादव रोज नए नए शगूफे छोड़कर लोगों को गुमराह करते हैं, कर्ज लेते, करप्शन करते, कमीशन लेते हैं। पटवारी ने कहा कि मध्य प्रदेश पर आर्थिक बोझ डालते जा रहे हैं। प्रदेश में कानून व्यवस्था लाचार होती जा रही है। प्रदेश में माफियाओं का राज होता जा रहा है। झूठ बोलना, गुमराह करना मुख्यमंत्री मोहन यादव की हमेशा की आदत सी बन गई है।