Jyotiraditya Scindia: 22 समर्थकों समेत ज्योतिरादित्य सिंधिया के पुतलों के साथ विरोध

Gwalior: एक कदम स्वच्छता की ओर, लोकतंत्र के गद्दारों को साफ करें, संदेश ले कर ग्वालियर पहुंचा लोकतंत्र बचाओ संगठन, सिंधिया समर्थक 22 नेताओं के पुतलों को सड़क पर घसीटा

Updated: Sep 04, 2020, 10:01 PM IST

ग्वालियर। सिंधिया गद्दार है के नारों से गुंजने वाले ग्वालियर में गुरुवार को अनूठा विरोध प्रदर्शन हुआ।कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया दूसरी बार गुरुवार को ग्वालियर आए थे। इस यात्रा में भी उन्हें विरोध का सामना करना पड़ा। लोकतंत्र बचाओ संगठन के कार्यकर्ता ओरछा से सिंधिया के साथ कांग्रेस छोड़ कर बीजेपी में जाने वाले 22 नेताओं का पुतले लेकर आए और सड़क पर एक गाड़ी की शक्ल में पुतलों को घसीटा।वे राजनीति में दल बदल की स्वार्थपूर्ण भेड़ चाल का विरोध कर रहे थे। वे पुतले जलाना चाहते थे मगर पुलिस ने पुतले जब्त कर प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार भी कर लिया।

प्रदेश पर उपचुनाव का भार डालने का आरोप लगाते हुए बुंदेलखंड के वाले लोकतंत्र बचाओ संगठन के कार्यकर्ताओं ने सिंधिया और उनके समर्थक विधायकों का जमकर विरोध किया। युवाओं के विरोध का आधार लोकतंत्र की हत्या और प्रदेश में बढ़ती बेरोज़गारी थी। 

ग्वालियर के फूल बाग चौराहे पर एकत्रित होकर सभी युवाओं ने सिंधिया और उनके समर्थक 22 विधायकों के साथ प्रदर्शन किया। उनका संदेश था कि एक कदम स्वच्छता की ओर, लोकतंत्र के गद्दारों को साफ करें। प्रदर्शन में 'हम क्या मांगे?, लोकतंत्र के गद्दारों से आज़ादी' जैसे नारे लगाए गए। प्रदर्शनकारी बागी नेताओं के पुतलों को घसीटते हुए फूल बाग चौराहे से रेलवे स्टेशन की ओर जा ही रहे थे कि रास्ते में स्थानीय पुलिस ने यातायात में बाधा बनने का कारण बताते हुए प्रदर्शन करने से रोक दिया।

पुलिस ने पुतलों को जब्त कर लिया और पुतले लेकर आने वाले युवकों को पकड़ लिया। ग़ौरतलब है कि इससे पहले जब महासदस्यता अभियान के लिए सिंधिया ग्वालियर आए थे तब कांग्रेसियों ने उनका विरोध किया था।तब पहली बार जनता ने सड़क पर उतर कर सिंधिया गद्दार है के नारे लगाए थे।