सतना में स्वास्थ्य सेवाओं का बुराहाल, मरीज को व्हीलचेयर नहीं मिली तो कंधे पर टांगकर ले गई महिला
सतना जिला अस्पताल में एक मरीज को व्हीलचेयर की दरकार थी जो उपलब्ध नहीं करवाई जा सकी। जिसके बाद महिला को मरीज को अपने कंधे पर उठाकर ले जाना पड़ा।
सतना। मध्य प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली किसी से छिपी नहीं है। सतना जिला अस्पताल से एक शर्मनाक तस्वीर सामने आई है। यहां एक मरीज को व्हीलचेयर की दरकार थी जो उपलब्ध नहीं करवाई जा सकी। जिसके बाद एक महिला को मरीज को अपने कंधे पर उठाकर ले जाना पड़ा।
सरकारी दावों को आइना दिखाने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। वीडियो में मरीज और उसके परिजनों की बेबसी को स्पष्ट देखा जा सकता है। जिसमें एक महिला अपने कंधे पर मरीज को ढोने को मजबूर है। यह आलम तब है जब जिले की रैगांव विधानसभा से विधायक प्रतिमा बागरी राज्य मंत्री हैं। साथ ही जिले के प्रभारी मंत्री कैलाश विजयवर्गीय हैं।
इतना ही नहीं, उप मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र शुक्ल खुद विंध्य क्षेत्र से हैं। ऐसे में साल जाते-जाते ऐसी तस्वीरें प्रदेश की लचर स्वास्थ्य व्यवस्था को उजागर कर रही हैं। हालांकि इसे लेकर जिम्मेदारों का कोई बयान सामने नहीं आया है। लेकिन विपक्ष ने इस मुद्द्दे पर सरकार की जमकर आलोचना की है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, 'मध्यप्रदेश के सतना जिला अस्पताल का शर्मसार कर देने वाला वीडियो। मप्र में लॉ एंड आर्डर के साथ स्वास्थ्य सेवाएं भी वेंटिलेटर पर है। महिला मरीज को व्हीलचेयर, स्ट्रेचर न मिलने पर महिला परिजन को अपने कंधे पर रख कर ले जाना पड़ रहा है।'