मध्य प्रदेश में भारी बारिश का दौर जारी, कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात, इंदिरा सागर डैम के 12 गेट खोले गए
भारी बारिश के बाद नर्मदा नदी उफान पर है। इंदिरासागर और बरगी डैम के खोलकर पानी डिस्चार्ज किया जा रहा है।
भोपाल। मध्य प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में पिछले तीन चार-दिनों से बारिश का दौर जारी है। बारिश ने आम जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। राज्यभर में नदी-नाले उफान पर हैं। कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात हैं। गांव के गांव जलमग्न हो गए हैं। मौसम विभाग ने एक बार फिर प्रदेश के एक दर्जन से अधिक जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
प्रदेश में लगातार हो रही बारिश के कारण राज्य के अधिकतर डैम छलक चुके हैं। रायसेन में रविवार सुबह हलाली डैम के सभी पांचों गेट खोल दिए गए हैं। डिंडौरी में बिलगांव डैम दो गेट खोले गए। नर्मदापुरम में तवा डैम के 5 गेटों को खोलकर पानी छोड़ा जा रहा है। आगर मालवा और राजगढ़ की सीमा पर बने कुंडालिया डैम के 2 गेट एक-एक मीटर तक खोले गए है। भोपाल में भदभदा डैम के 2 गेट खोल दिए गए।
भारी बारिश के बाद नर्मदा नदी उफान पर है। इंदिरासागर और बरगी डैम के गेट खोलकर पानी डिस्चार्ज किया जा रहा है। उज्जैन में बढ़ते जलस्तर के कारण रामघाट पर मौजूद सभी मंदिर जलमग्न हो गए, तो वहीं नर्मदापुरम के तवा डैम के गेट खोलने पड़े। भोपाल के केरवा डैम के पास रविवार को पिकनिक मनाने पहुंचे युवकों की कार पानी में फंस गई। हालांकि, कार में बैठे चारों युवक सुरक्षित बाहर आ गए।
मौसम विभाग की तरफ से रतलाम,झाबुआ, धार, बड़वानी, अलीराजपुर, उज्जैन, इंदौर, खरगोन, देवास, मुरैना, मऊगंज, सीधी और सिंगरौली, जबलपुर, विदिशा, ग्वालियर, जबलपुर में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इसके साथ ही प्रदेश के अन्य जिलों में हल्की बारिश के साथ गरज-चमक की स्थिति देखने केा मिल सकती है।