मतगणना केंद्र में कलेक्टर ने की छेड़खानी, लॉटरी मैं जीती पर भाजपा प्रत्याशी को विजयी घोषित किया, आदिवासी नेत्री का आरोप

उमरिया कलेक्टर पर कांग्रेस नेत्री सावित्री सिंह ने जातिगत टिप्पणी, मारपीट, गाली-गलौज और छेड़खानी का लगाया आरोप, बोलीं- लॉटरी जीतने के बावजूद बीजेपी प्रत्याशी को विजयी घोषित कर दिया

Updated: Jul 31, 2022, 07:24 AM IST

उमरिया। मध्य प्रदेश के उमरिया जिला पंचायत चुनाव में बड़े स्तर पर धांधली के आरोप लग रहे हैं। कांग्रेस प्रत्याशी सावित्री सिंह ने कहा है कि लॉटरी वह जीती थीं, लेकिन कलेक्टर ने बीजेपी प्रत्याशी को विजयी घोषित कर दिया। इतना ही नहीं उन्होंने यह भी कहा कि मतदान केंद्र में जिला कलेक्टर ने उनके साथ छेड़खानी भी की।

आदिवासी नेत्री सावित्री सिंह ने मीडियाकर्मियों को हाथ में लगी चोटें दिखाते हुए कहा कि यह कलेक्टर और निर्वाचन अधिकारी संजीव श्रीवास्तव द्वारा उन्हे पकड़ कर खींचने के कारण आई है। सावित्री का आरोप है कि कलेक्टर ने लॉटरी जीतने के बावजूद उनकी प्रतिद्वंदी अनुजा पटेल को विजयी घोषित कर दिया। इतना ही नहीं जब उन्होंने इसका विरोध किया तो अधिकारियों ने उनके साथ अश्लीलता और जातिगत टिप्पणियां भी की साथ ही चुनाव के बाद देख लेने की धमकियां दी।

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सावित्री सिंह ने कोतवाली थाने में इस बात कि शिकायत करते हुए बताया है कि शुक्रवार को जिला पंचायत सभागार में वह सभी जिला पंचायत सदस्यों के साथ पहुंची थी। उन्होंने ने अध्यक्ष पद हेतु नामांकन भरा था। मतदान के बाद उन्हें और बीजेपी प्रत्याशी अनुजा पटेल को 5-5 वोट मिले। ड्रॉ होने के कारण केंद्र में लॉटरी निकलवाई गई। सावित्री का दावा है कि
लॉटरी में उनके नाम का पर्चा निकला था लेकिन रिटर्निग ऑफिसर एवं कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने उनकी पर्ची को अपने दोनों पैरों के घुटनो के बीच में छिपा लिया। 

बकौल सावित्री धांधली होता देख उन्होंने कलेक्टर से प्रार्थना करते हुए निष्पक्ष चुनाव कराने का आग्रह किया लेकिन वे नाराज हो गए। इस दौरान अन्य सदस्य कलेक्टर द्वारा की जा रही धांधली का विरोध करने लगे। तभी कलेक्टर टेबल के नीचे छिपाई हुई अनुजा पटेल के नाम की पर्ची निकाली और सब को दिखाने लगे। सावित्री के मुताबिक उन्होंने कलेक्टर से कहा कि, 'जो पर्ची लॉटरी में निकली है उसे आपने पैरों के बीच फंसा लिया है, उसे निकाल कर दिखाईये। ऐसा कहने पर कलेक्टर ने अश्लीलता के साथ मेरा हाथ पकड लिया और मेरे साथ छेडखानी और उत्पीडन करने लगे। मैं घबरा कर पीछे हट गई।'

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 स्थानीय पत्रकारों को इस घटना का वर्णन करते हुए
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से न्याय की गुहार लगाई है। उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग आदिवासियों के उत्थान और सम्मान की बातें करते हैं, परंतु उनके अधिकारी ने महिला आदिवासी के सांथ जिस तरह का सलूक किया वह सबके सामने है। क्या सीएम शिवराज की नीतियां केवल भाषणों तक ही सीमित है। यदि ऐसा नहीं है तो एक महिला के सांथ ऐसी ओछी हरकत करने वाले कलेक्टर को तत्काल दण्डित करें। अन्यथा आदिवासी समाज उन्हें कभी माफ नहीं करेगा।'

उधर कलेक्टर कलेक्टर संजीव श्रीवास्तन ने भी सावित्री सिंह के खिलाफ शिकायत दर्ज की है। सावित्री के खिलाफ पुलिस ने शासकीय कार्य में बाधा डालने का मामला दर्ज किया है। कलेक्टर का कहना है कि चुनाव टाई होने के बाद जब लॉटरी निकाली गई तो सावित्री सिंह को इस बात की आशंका हो गई कि वे कोई गड़बड़ी कर रहे हैं। इस आशंका के बाद उन्होंने उनसे निकाली गई पर्ची छीनने की कोशिश की और इस कोशिश के दौरान सावित्री सिंह के नाखून उन्हें लग गए। इससे उनके हाथ से खून निकलने लगा। इस मामले में उन्होंने थाने जाकर शिकायत दर्ज कराई है।