जंगल सत्याग्रह फिल्म को टैक्स फ्री करने की मांग, दिग्विजय सिंह ने सीएम मोहन यादव को लिखा पत्र

आदिवासी महानायक टंट्या मामा के ऊपर एक फ़िल्म बनाई जाना चाहिए जिसके निर्माण के लिए जंगल सत्याग्रह फ़िल्म के निर्देशक से सहयोग लिया जाना चाहिए: दिग्विजय सिंह

Updated: Jan 18, 2025, 10:11 AM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश में 'जंगल सत्याग्रह' फिल्म को लेकर काफी चर्चाएं हैं। बीते दिनों पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने विधानसभा परिसर में इस फिल्म का प्रीमियर शो आयोजित किया था। अब इस फिल्म को प्रदेश में टैक्स फ्री करने की मांग भी उठने लगी है। दिग्विजय सिंह ने इस संबंध में सीएम मोहन यादव को पत्र लिखा है।

सीएम मोहन यादव को संबोधित पत्र में दिग्विजय सिंह लिखते हैं, 'मुझे आपको यह बताकर अति प्रसन्नता हो रही है कि मध्य प्रदेश के आदिवासी बाहुल्य जिले बैतूल के प्रतिभाशाली युवाओं ने अपनी अपार क्षमताओं और सीमित संसाधनों से एक फ़िल्म ‘‘जंगल सत्याग्रह’’ का निर्माण किया है। हमें यह बात भी गौरवान्वित करती है कि मध्य प्रदेश के आदिवासी स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों सरदार गंजन सिंह कोरकू, सरदार विष्णु गोंड, ठाकुर मोहकम सिंह, रामजी कोरकू एवं जुगरू गोंड के साहस और शौर्य पर बनाई गई फ़िल्म ‘‘जंगल सत्याग्रह’’ की कहानी, स्क्रिप्ट, डायलॉग, गाने, म्यूजिक, डायरेक्शन और प्रोडक्शन एवं मुख्य भूमिका निभाने वाले सभी किरदार आदिवासी समाज के हैं।' 

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सिंह ने आगे लिखा है कि, 'सभी मध्य प्रदेश के बैतूल, हरदा और होशंगाबाद जिले के मूल निवासी हैं। फ़िल्म की पूरी शूटिंग बैतूल जिले की घोड़ाडोंगरी व मुलताई तहसील एवं छिंदवाड़ा जिले की जुन्नारदेव तहसील क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों, सतपुड़ा रेंज के घने जंगलों व पहाड़ों एवं उनके बीच बहती नदियों के किनारों पर की गईं है जिसमें स्थानीय लोगों ने भी फ़िल्म में भूमिकाएं निभाई हैं। मैंने 13 जनवरी 2025 को भोपाल में मध्यप्रदेश विधानसभा के मानसरोवर सभागार में फ़िल्म का विशेष प्रीमियर शो रखा था जिसमें दलगत राजनीति से ऊपर उठकर विशेष रूप से आपको और भारतीय जनता पार्टी के समस्त नेताओं और विधायकों को भी आमंत्रित किया था।'

पूर्व मुख्यमंत्री ने अपने पत्र में आगे लिखा है कि, 'फ़िल्म देखने के बाद ऐसा लगता है जैसे किसी प्रोफेशनल, मंझे हुए डायरेक्टर ने इस फ़िल्म का निर्माण किया है। जहाँ एक ओर यह फ़िल्म क्रन्तिकारी आदिवासी नायकों के अपनी जल, जंगल और ज़मीन के हक़ के लिए किये गए अप्रतिम संघर्ष को प्रदर्शित करती है तो दूसरी ओर मध्यप्रदेश के आदिवासी युवाओं की प्रतिभा को दिखाकर हमें विस्मृत कर देती है। मुख्यमंत्री जी, बैतूल के प्रतिभाशाली, शिक्षित युवा आदिवासी डॉ प्रदीप उइके ने विपरीत आर्थिक परिस्थितियों के बाद भी इस फ़िल्म का निर्माण करके दिखाया है निश्चित ही ये सराहनीय कार्य है और फ़िल्म से जुड़े सभी लोग सम्मान के हक़दार हैँ। मेरा आपसे निम्न बिंदुओं के साथ अनुरोध है कि आप केंद्र सरकार कि Vocal for Local स्कीम के तहत उन्हें सहायता प्रदान कर मध्यप्रदेश की स्थानीय प्रतिभाओं को उभरने का अवसर प्रदान करें।'

पूर्व सीएम ने की ये मांग
1. मध्य प्रदेश सरकार ‘‘जंगल सत्यग्रह’’ फ़िल्म को टैक्स फ्री कराये।
2. फ़िल्म को सेंसर बोर्ड से पास कराने में मदद की जाये। 
3. संस्कृति विभाग की ओर से फ़िल्म के निर्माण में डॉ प्रदीप उइके द्वारा किये गए सम्पूर्ण खर्च को अनुदान के रूप में स्वीकृत कर उन्हें सौंपा जाए।
4. आदिवासी महानायक टंट्या मामा के ऊपर एक फ़िल्म बनाई जाना चाहिए जिसके निर्माण के लिए जंगल सत्याग्रह फ़िल्म के निर्देशक से सहयोग लिया जाना चाहिए। 
5. ‘‘जंगल सत्याग्रह’’ एक ऐतिहासिक घटना क्रम है जिसे स्कूल पाठ्यक्रम में शामिल किया जाना चाहिए ताकि आने वाली पीढ़ी आज़ादी के लिए किये गए अन्य सत्याग्रहों की तरह जंगल सत्याग्रह को याद कर सके।