नाथ का इस्तीफा : मेरा क्या कसूर, मैं प्रदेश को बदलने चला था...

मध्य प्रदेश में जारी राजनीतिक संकट मुख्य मंत्री कमलनाथ के त्या गपत्र के साथ खत्म् हुआ। फ्लोर टेस्ट करवाने के सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए आदेश से पहले मुख्यमंत्री नाथ ने इस्तीफे का ऐलान कर दिया। नाथ ने भाजपा पर निशाना साधते हुुुए मीडिया से कहा कि मेरा क्या कसूर है, मैं तो प्रदेश की तस्वीर बदलने चला था।

Publish: Mar 21, 2020, 08:53 AM IST

CM kamalnath has submitted his resignation to madhya pradesh governor lalji tandon
CM kamalnath has submitted his resignation to madhya pradesh governor lalji tandon

भोपाल।

मध्य प्रदेश में जारी राजनीतिक संकट 17 दिन बाद कांग्रेस सरकार की विदाई के साथ खत्‍म हुआ। कांग्रेस नेताओं ने बेंगलुरु में एक होटल में बंद अपने 16 विधायकों से संपर्क का हर संभव प्रयास किया लेकिन उनके प्रयत्‍न कामयाब नहीं हुए। कांग्रेस महासचिव रहे ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया के भाजपा में शामिल होने के बाद उनके समर्थक 22 विधायकों को बेंगलुरु में रख कर भाजपा ने उनके इस्‍तीफे विधानसभा अध्‍यक्ष को पहुंचा दिए थे। विधानसभा अध्‍यक्ष ने ये इस्‍तीफे स्‍वीकार नहीं किए थे। कांग्रेस नेताओं का तर्क था कि विधायकों को भाजपा ने अगुवा किया है और यदि वे त्‍यागपत्र देना चाहते हैं तो विधानसभा अध्‍यक्ष के समक्ष आ कर अपना इस्‍तीफा दें। जबकि भाजपा फ्लोर टेस्‍ट की मांग कर रही थी। सुप्रीम कोर्ट ने कांग्रेस के सारे तर्कों का नकारते हुए ने शुक्रवार शाम 5 बजे तक फ्लोर टेस्ट कराने का आदेश दिया था।

मुख्यमंत्री कमलनाथ ने फ्लोर टेस्‍ट के लिए तय समय दोपहर 2 बजे के पहले ही इस्तीफा दे दिया। वे शुक्रवार दोपहर 12.30 बजे मीडिया के सामने आए। उन्‍होंने करीब 25 मिनट के भाषण में 15 महीने पुरानी अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि भाजपा को हमारे काम रास नहीं आए।

भाजपा को रास नहीं आए जनहितैषी कार्य

नाथ ने कहा कि मेरे 40 साल के राजनीतिक जीवन में मैंने हमेशा से विकास में विश्वास रखा है और भाजपा ने हमेशा विश्वासघात में। जब मैं केन्द्र की यूपीए की सरकार में मंत्री था, हमेशा में यह सोचता था कि प्रदेश का विकास कैसे करूँ। मुझे जनता ने प्रदेश की तस्वीर बदलने के लिए पाँच वर्ष दिए, भाजपा को जनता ने पूरे 15 वर्ष दिए, जनता ने उनके कार्यकाल की सच्चाई देखी है और मेरे 15 माह के कार्यकाल को भी देखा है। इन 15 माह में प्रदेश का हर नागरिक गौरवान्वित हुआ है। भाजपा को प्रदेश हित में मेरे द्वारा किए जा रहे जनहितैषी कार्य रास नहीं आए इसलिए भय व बौखलाहट में वो मेरे खिलाफ निरंतर साजिश रचती रही।

सत्तालोलुप "महाराज" ने भाजपा संग रची साजिश

हमारे 22 विधायकों को प्रलोभन देकर कर्नाटक में बंधक बनाने का काम किया, जिसकी सच्चाई देश की जनता ने प्रतिदिन देखी। किस प्रकार से करोड़ों रुपए खर्च कर प्रलोभन का खेल खेला गया। जनता द्वारा नकारे गए महत्वाकांक्षी, सत्तालोलुप "महाराज" और उनके द्वारा प्रोत्साहित 22 लोभियों के साथ मिलकर भाजपा ने खेल रच लोकतांत्रिक मूल्यों की हत्या की, जिसकी सच्चाई थोड़े ही समय में सभी के सामने आएगी । प्रदेश की जनता के साथ धोखा करने वाले इन लोभियों व बागियों को जनता कभी माफ नहीं करेगी। मैं चाहता था कि कांग्रेस महल में नहीं बल्कि महल कांग्रेस में आए ताकि जनता शक्तिशाली बने। हमने कई बार विधानसभा में अपना बहुमत साबित किया लेकिन भाजपा बार-बार अल्पमत की सरकार बताकर प्रदेश की जनता को गुमराह व भ्रमित करती रही। मेरी सरकार को अस्थिर कर भाजपा प्रदेश की साढ़े सात करोड़ जनता के साथ विश्वासघात कर रही है। भाजपा के राजनीतिक षड़यंत्र उसके घिनौने हथकंडे न मेरे विश्वास को डिगा सकते हैं उनके यह प्रयास मुझे और दृढ़ता प्रदान करते हैं उनके खिलाफ पूरी ताकत से लड़ने के लिए।