MP में तेजी से फैल रहा है डेंगू, भोपाल में सर्वाधिक मामले, इंदौर में भी हालत खराब, प्रशासन की चिंताएं बढ़ीं

राजधानी भोपाल से लेकर इंदौर तक डेंगू का कहर, सोमवार को भोपाल में अबतक के सर्वाधिक 12 मामले सामने आए, उधर इंदौर में आठ नए मरीजों की हुई पुष्टि

Updated: Sep 07, 2021, 04:51 AM IST

Photo Courtesy: Medicine.net
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भोपाल। कोरोना के तीसरी लहर की आहट के बीच मध्य प्रदेश में अब डेंगू ने भी पांव पसारना शुरू कर दिया है। मध्य प्रदेश के कई जिलों में जानलेवा डेंगू बुखार की एंट्री हो चुकी है। राजधानी भोपाल में डेंगू सबसे ज्यादा कहर बरपा रहा है। स्थिति का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि सोमवार को डेंगू के 12 नए मामले दर्ज किए गए। एक दिन में इस साल का यह सर्वाधिक आंकड़ा है।

स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक भोपाल के साकेत नगर, बागसेवनिया, कोटरा में सबसे ज्यादा डेंगू पीड़ित मरीज मिल रहे हैं। चिंता की बात ये है कि करीब 10 फीसदी घरों में लार्वा मिल रहे हैं। सोमवार को राजधानी में 4 चिकनगुनिया के पीड़ित मरीज भी मिले हैं। उधर इंदौर में भी डेंगू का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। सोमवार को यहां भी 8 डेंगू पीड़ित मरीज मिले हैं। शहर में अबतक मिली डेंगू मरीजों की संख्या बढ़कर 86 हो गई है।

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स्वास्थ्य विभाग द्वारा किए गए सर्वे में करीब 700 घरों में लार्वा मिला है। यहां डेंगू की रोकथाम के लिए लगातार दवाई का छिड़काव व फॉगिंग की जा रही है। मध्य प्रदेश में कई मरीज ऐसे भी सामने आ रहे हैं जो एक साथ डेंगू और चिकनगुनिया दोनों से पीड़ित हैं। हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक डेंगू और चिकनगुनिया दोनों एडीज मच्छर से फैलती है, इसलिए कुछ मरीजों में दोनों बीमारियां भी देखने को मिल रही हैं। 

डेंगू से बचने के उपाय

राजधानी में डेंगू के बढ़ते प्रकोप ने हेल्थ एक्सपर्ट्स की चिंताएं बढ़ा दी है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक डेंगू के प्रकोप से बचने के लिए पानी का जमाव नहीं होने देना चाहिए। क्योंकि डेंगू फैलाने वाला एडीज मच्छर जमा साफ पानी में ही जन्म लेता है। इसके लिए कूलर का पानी, फ्रीज में लगने वाले ट्रे का पानी नियमित अंतराल पर बदलते रहना चाहिए। साथ ही यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि घर में या छत पर पानी का जमाव न हो। साथ ही दिन में मछड़दानी लगाएं क्योंंकि यह मच्छर दिन में ही काटता है।