कोरोना के दहशत में प्रदेश, CM बैडमिंटन खेलने में मस्त, मंत्री CM बनने की होड़ में फंसे: जीतु पटवारी

मध्य प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष जीतु पटवारी ने कहा है कि शिवराज सरकार प्रदेश को कर्ज में धकेल रही है, प्रदेश में प्रति व्यक्ति 48 हजार रुपए का कर्ज है

Updated: Jan 05, 2022, 12:23 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर विपक्ष शिवराज सरकार के खिलाफ हमलावर हो गई है। कांग्रेस ने कहा है कि प्रदेश में कोरोना को लेकर दहशत है लेकिन मुख्यमंत्री बैडमिंटन खेलने में व्यस्त हैं। कांग्रेस नेता जीतु पटवारी ने बढ़ती बेरोजगारी, किसान कर्जमाफी व अन्य मुद्दों को लेकर भी राज्य सरकार पर हमला बोला है।

प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष जीतु पटवारी ने बुधवार को कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि, 'अमेरिका और यूरोप में कोरोना के ओमीक्रोन और डेल्टा वायरस की सुनामी आ गई है। पुराना अनुभव रहा है कि वहां हालात बिगड़ने के एक-दो महीने के भीतर भारत में भी स्थितियां कठिन हो जाती हैं। लेकिन प्रदेश सरकार अभी तक कोई कदम उठाती नहीं दिखाई दे रही है। सिर्फ नाइट कर्फ्यू लगाया गया है। भोपाल में 1 हफ्ते के भीतर ही कोरोना के मामलों में 1800 प्रतिशत प्रतिदिन का उछाल आया है।'

कांग्रेस विधायक ने आगे कहा कि, 'CM शिवराज सिंह चौहान खुद भी कह चुके हैं कि तीसरी लहर में बच्चों को भी खतरा हो सकता है। लेकिन प्रदेश के बच्चों के अस्पतालों में प्रबंधन की हालत खराब है। दूसरी लहर के दौरान सरकार ने दावा किया था कि तीसरी लहर से निपटने के लिए काफी तैयारियां की जा रही हैं। 700 पीडियाट्रिशियन और नर्सों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। बच्चों के लिए CHC में 3745 बेड का कोविड़ केयर सेंटर बनाया जाएगा। सरकार स्पष्ट करे कि यह तैयारियां जमीन क्यों नहीं दिख रही है।'

पटवारी ने सत्तारूढ़ बीजेपी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि सीएम बैडमिंटन खेलने में व्यस्त हैं और उनके मंत्री खुद मुख्यमंत्री बनने की होड़ में फंसे हुए हैं। BJP नेताओं में CM बनने की होड़ मची हुई है। नरोत्तम मिश्रा, कैलाश विजयवर्गीय, यशोधरा राजे सिंधिया, ज्योतिरादित्य सिंधिया, नरेंद्र सिंह तोमर और प्रहलाद पटेल इनमें से हर आदमी किसी ना किसी महीने मुख्यमंत्री बन रहा होता है। जब प्रदेश बेरोजगारी, महंगाई और कर्ज के बोझ से दबा हुआ हो और कोरोना की तीसरी लहर का खतरा सिर पर मंडरा रहा हो उस समय सत्तारूढ़ दल के भीतर मची सत्ता की इस घमासान से मध्य प्रदेश की जनता का बहुत नुकसान हो रहा है।'

कांग्रेस विधायक ने आगे कहा कि, 'प्रदेश में बेरोजगारी की दर उच्चतम स्तर 8.1 पर पहुंच गई है। हाल यह है कि चपरासी के 700 पदों के लिए दो लाख लोगों ने आवेदन किया, जिसमें B.Tech और PHD करने वाले भी शामिल हैं। प्रदेश बुरी तरह कर्ज के बोझ में डूब गया है। प्रदेश पर पहले से 2.88 लाख करोड़ रुपए का कर्ज है और सरकार 48,000 करोड रुपए का कर्ज लेने की तैयारी कर रही है। यह सरकार की आर्थिक नीतियों की विफलता है।'

उन्होंने आगे कहा कि, 'प्रदेश के किसानों पर 88 हजार रुपए प्रति किसान कर्ज है। किसानों को कर्ज के चंगुल से मुक्त कराने की जगह सीएम शिवराज अपने लिए 80 करोड़ का जेट प्लेन खरीद रहे हैं। प्रदेश में प्रति व्यक्ति 48 हजार रूपये का कर्ज है। शिवराज सरकार की नीतियां पूरी तरह फिजूलखर्ची वाली और भ्रष्टाचार करने वाली हैं। इसी के कारण एक तरफ प्रदेश कर्ज के बोझ में डूबता जा रहा है तो दूसरी तरफ महंगाई बढ़ रही है और नौजवान बेरोजगार हो रहे हैं। सरकार की नीतियों के कारण अब बिजली की दरें करीब 10 प्रतिशत महंगी करने की तैयारी चल रही है।'