Kishore Wadhwani: 5 दिनों की रिमांड मांगने की तैयारी

400 करोड़ की टैक्स चोरी के दूसरे आरोपी को कोर्ट में करेंगे पेश, प्रेस लिखे 70 ट्रकों से गुटखा तस्करी का आरोप

Updated: Aug 27, 2020, 12:19 PM IST

मध्यप्रदेश के इंदौर का कुख्यात गुटखा माफिया व दबंग दुनिया अखबार का मालिक किशोर वाधवानी को मुंबई से गिरफ्तार कर लिया गया है। वाधवानी पर कथित रूप से 400 करोड़ का टैक्स चोरी का आरोप है। रिपोर्ट्स के मुताबिक दबंग दुनिया अखबार मालिक किशोर वाधवानी प्रेस लिखे 70 ट्रकों से गुटखा तस्करी करवाता था। सोमवार देर रात डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ जीएसटी इंटेलिजेंस (डीजीजीआई) इंदौर के उद्योगपति को मुंबई के एक पांच सितारा होटल के गिरफ्तार किया है। सूत्रों के अनुसार आरोपी किशोर वाधवानी को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट में पेश कर पांच दिन की पुलिस रिमांड मांगी जा रही है। दूसरे आरोपी विजय नायर को कोर्ट में पेश कर उसकी भी रिमांड मांगी जाएगी।

गौरतलब है कि टैक्स चोरी के आरोप में पकड़े गए विजय नायर से वाधवानी के बारे में जानकारी मिलने पर उसे दो बार समन जारी कर बुलाया गया था। विजय नायर की सांवेर रोड पर एएए नाम की एक कंपनी है वहीं एक अन्य कंपनी विष्णु एसेंस का संचालन अशोक डागा और अमित बोहरा करते हैं। दोनों कंपनियां अवैध गुटखे का उत्पादन करती है। नायर द्वारा इन गुटखों को मध्यप्रदेश सहित गुजरात, महाराष्ट्र, ओडिशा व अन्य पड़ोसी राज्यों में भेजा जाता है। इन गुटखों की बिक्री 20 प्रतिशत ही दिखाई जाती है बाकी 80 फीसदी की टैक्स चोरी करते हैं।

आरोपी नायर ने स्‍वीकार किया था कि वह मात्र एक डमी व्यक्ति है। पर्दे के पीछे पूरा धंधा किशोर वाधवानी संभालता है। जांच विभाग नायर की बातों को क्रोस चेक और मास्टरमाइंड किशोर वाधवानी से पूछताछ कर मामले का पर्दाफाश करना चाहता है। चूंकि एएए कंपनी नायर के नाम पर भले है लेकिन उसमें उसकी हिस्सेदारी नाम मात्र है। इसमें वाधवानी के करीबी लोगों का शेयर अधिक है। कोर्ट में पेश कर पुलिस किशोर वाधवानी की पांच दिनों की रिमांड मांगेंगी। इसके बाद ही मामले का खुलासा होगा।

बता दें कि पान मसाला, गुटखा टैक्स चोरी करके जो बेचा जाता है, उसकी कमाई मेसर्स एमएसएस कंपनी के पास जाती है। इस कंपनी के पास कई ब्रांड के गुटखा बनाने का करार है और इसमें वाधवानी के रिश्तेदार नीतेश वाधवानी भी जुडे हुए हैं। साथ ही इस कमाई को रियल एस्टेट में कारोबार के नाम पर बनी आठ कंपनियों, होटल सेक्टर के धंधे और मीडिया ग्रुप में शिफ्ट किया जा रहा है ।डीजीजीआई ने भी अपनी औपचारिक प्रेस रिलीज में इस बात का खुलासा किया है कि मास्टरमाइंड द्वारा टैक्स चोरी करके कमाई गई काली कमाई को रियल एस्टेट ग्रुप, होटल व मीडिया ग्रुप में खपाया जा रहा है।