MP Politics : शिव ‘राज’ में गुटका बिकता है शान से

Indore Collector: खराब होने का हवाला देकर पान मसाला होलसेलरों/ फुटकर विक्रेताओं को निगम सीमा के बाहर परिवहन की अनुमति दी

Publish: Jun 22, 2020, 06:35 AM IST

लॉकडाउन के दौरान जिस इंदौर में रेड जोन की सख्‍ती दिखाकर प्रशासन ने आम जनता का जीना मुहाल कर दिया था उसी इंदौर में प्रशासन ने अनुमति दी और शान से गुटखा बेचा गया। न केवल गुटखा बेचा गया बल्कि खुलकर तस्‍करी की गई और करोड़ो की टैक्‍स चोरी की गई।

ये हम नहीं कह रहे हैं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के शासन में गुटखे को बेचने के लिए दी गई अनुमति की पोल खोलती प्रशासन की चिट्ठी कह रही है। जो केंद्रीय जांच एजेंसी डायरेक्टोरेट ऑफ जनरल इंटेलीजेंसी (डीजीजीआई) की जांच टीम के हाथ लगी है। इन दस्‍तावेजों के अनुसार इंदौर कलेक्टर ने संपूर्ण लॉकडाउन के दौरान 21 से 27 मई के बीच 35 गुटखा और पान मसाला होलसेलरों को सामान परिवहन की परमिशन दी थी। इस परमिशन में यह तर्क दिया गया था कि ये सामान गर्मी के कारण खराब हो सकता है, दो महीने से लॉकडाउन है ऐसे में सामान का परिवहन आवश्यक है। कलेक्टर ने पान मसाला होलसेलरों और फुटकर विक्रेताओं को निगम सीमा क्षेत्र के बाहर कच्चा सामान परिवहन की अनुमति दी थी। ये परमिशन अलग-अलग विक्रेताओं को दी गई थी। इसमें सुबह 11:00 बजे से शाम 5:00 बजे परिवहन की परमिशन थी। जांच टीम के हाथ इस आदेश के लगने के बाद इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर विपक्ष सवाल खड़े कर रहा है।

लॉकडाउन में पौने दो करोड़ की टैक्स चोरी

जांच एजेंसी डीजीजीआई और डीआरआई के अनुसार सिर्फ लॉकडाउन की दौरान ही गुटखा तस्करी कर पौने दो सौ करोड़ रुपए की टैक्स चोरी की गई। तस्करी किए गए सामान की कीमत इससे कई गुना अधिक हो सकता है। डीजीजीआई का कहना है कि इस दौरान 70 ट्रकों का उपयोग गुटखा परिवहन के लिए किया गया। इन ट्रकों पर प्रेस लिखे स्‍टीकर लगा कर लॉकडाउन के दौरान गुटखा तस्करी की गई हो सकती है।