घरों में हो रहा पटाखों का निर्माण, अवैध बारूद भंडारण पर कोई अंकुश नहीं, मोहन सरकार पर बरसे कमलनाथ

हादसों के बाद कार्रवाई की ख़ानापूर्ति की बजाय सामान्य दिनों में भी पटाखा फ़ैक्ट्री एवं बारूद भंडारण की नियमित जाँच कराकर सुरक्षा मानकों का पालन सुरक्षित कराये सरकार: कमलनाथ

Updated: Feb 09, 2024, 12:32 PM IST

भोपाल। हरदा पटाखा फैक्ट्री ब्लास्ट के बाद राज्य सरकार अवैध बारूद भंडारण को लेकर हरकत में आई है। भोपाल, इंदौर, जबलपुर समेत कई शहरों में गुरुवार को अवैध पटाखे जब्त किए गए हैं। इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने एक बार फिर मोहन यादव सरकार को निशाने पर लिया है। उन्होंने कहा कि कार्रवाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति हो रही है।

कमलनाथ ने ट्वीट किया, 'हरदा की अवैध पटाखा फ़ैक्ट्री में विस्फोट के बाद जागी सरकार की कार्रवाई मे इंदौर, भोपाल और जबलपुर समेत कई शहरों में पटाखों के अवैध कारोबार मिले हैं। जाँच में पाया गया है कि शहरों में अमानक पटाखा फैक्ट्री और गोदाम की वजह से मध्यप्रदेश की बड़ी आबादी खतरें में है। घनी बस्तियों में कारोबारियों ने पटाखों के कई अवैध गोदाम बना रखें हैं।' 

कमलनाथ ने कहा कि कुछ जगहों पर घरों में गुपचुप तरीके से पटाखें निर्माण का काम भी चल रहा है। इसके लिए घरों में बारूद का अवैध भंडारण भी हो रहा है। पेटलावद और हरदा जैसी घटनाओं की पुनरावृत्ति इसीलिए हो रही है क्योंकि अवैध पटाखो के गोदामों और दुकानों के संचालन पर प्रशासन का कोई अंकुश नहीं है। बड़ी संख्या में पटाखा फैक्ट्रियों का संचालन भी सुरक्षा नियमों को दरकिनार करके हो रहा है।

कमलनाथ ने राज्य सरकार को सुझाव देते हुए कहा कि केवल हादसों के बाद कार्रवाई की ख़ानापूर्ति की बजाय सामान्य दिनों में भी पटाखा फ़ैक्ट्री एवं बारूद भंडारण की नियमित जाँच कराकर सुरक्षा मानकों का पालन सुरक्षित करायें और सघन आबादी क्षेत्रों से इस तरह के व्यापार को सुरक्षित क्षेत्रों में विस्थापित करने की दिशा में कार्य करें।