बढ़ी GST की दरें कम करने की मांग के लिए व्यापारियों का प्रदर्शन, बैरागढ़ में बंद रहीं 650 से ज्यादा कपड़ा दुकानें

होलसेल और रिटेल कपड़ा व्यापारियों ने सरकार के खिलाफ की नारेबाजी, एक जनवरी से लागू होंगी नई दरें, कपड़ों और जूतों पर 5 से बढ़ाकर 12 प्रतिशत की जा रही है GST

Updated: Dec 30, 2021, 02:10 PM IST

Photo Courtesy: Naidunia
Photo Courtesy: Naidunia

भोपाल। गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स याने GST में 1 जनवरी 2022 से कई बड़े परिवर्तन होने जा रहे हैं। इसी के तहत फुटवेयर और टेक्सटाइल पर GST 12 फीसदी हो जाएगी। जिससे व्यापारियों पर टैक्स का अतिरिक्त बोझ पड़ेगा। कपड़ा व्यापारी सरकार के इस फैसले का लगातार विरोध कर रहे हैं। गुरुवार को भोपाल के उपनगर बैरागढ़ में कपड़ा व्यापारियों ने प्रदर्शन किया। व्यापारियों ने इलाके की 650 से ज्यादा थोक और फुटकर कपड़ा दुकानें बंद रखीं। व्यापारियों ने सड़कों पर उतरकर बढ़ी दरें कम करने की मांग की। बैरागढ़ से पहले इंदौर, सूरत में भी इसी तरह के प्रदर्शन हो चुके हैं। 

बैरागढ़ के थोका बाजार से भोपाल और आसपास के शहरों में बड़ी मात्रा में माल सप्लाई होता है। यहां रोजाना लगभग 11 से 12 करोड़ रुपए का बिजनेस होता है। आसपास के इलाकों से यहां खरीदारी करने आए व्यापारियों को थोक बाजार बंद मिले जिसकी वजह से उन्हें परेशानी की सामान करना पड़ा।

नई GST की दरों के विरोध में भोपाल के अन्य बाजारों में भी प्रदर्शन जारी है। राजधानी के न्यू मार्केट, 10 नंबर, विट्‌ठन मार्केट समेत पुराने भोपाल के लखेरापुरा, चौक बाजार की दुकानों में बैनर पोस्टर-बैनर लगे हैं। कुछ दिनों पहले व्यापारी दुकानों की लाइट बंद कर थाली बजाकर विरोध जता चुके हैं। व्यापारियों की मांग है कि जब तक GST की दरें वापस नहीं होती हैं। तब तक प्रदर्शन करते रहेंगे। वहीं इसी कड़ी में स्विगी और जोमैटो जैसी ई-कॉमर्स ऑपरेटरों को भी 1 जनवरी से रेस्तरां सर्विसेज पर GST लगेगा।

और पढ़ें: बिल्डिंग की छठी मंजिल से कूदकर महिला ने की आत्महत्या, बच्चे ना होने की वजह से डिप्रेशन में रहती थी

कपडों के अलावा ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के जरिए मिलने वाली सर्विसेस पर भी नए साल से 5 फीसदी टैक्स लगेगा। जबकि ऑटो-रिक्शा चालकों द्वारा ऑफलाइन और मैनुअल मोड के जरिए दी जाने वाली पैसेंजर ट्रांसपोर्ट सर्विस पर छूट जारी रहेगी।