मध्य प्रदेश में बारिश और ओलावृष्टि के बाद ठंड का कहर शुरू, नए साल पर कंपकंपाने वाली सर्दी का अनुमान

मध्य प्रदेश में पिछले दो दिनों से हो रही बारिश और ओलावृष्टि के कारण ठंड बढ़ गई है।

Updated: Dec 29, 2024, 09:37 AM IST

मध्य प्रदेश में पिछले दो दिनों से हो रही बारिश और ओलावृष्टि के कारण ठंड बढ़ गई है। राजधानी भोपाल, इंदौर, उज्जैन और ग्वालियर समेत प्रदेश के 42 जिलों के 250 शहरों और कस्बों में हल्की से तेज बारिश हुई, जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ। कई स्थानों पर तेज हवाओं और ओलावृष्टि ने ठंड को और बढ़ा दिया। खेतों में रखे अनाज भीग गए, जिससे किसानों को नुकसान हुआ है।

मौसम विभाग ने रविवार को प्रदेश के कुछ जिलों में हल्की बारिश और बूंदाबांदी की संभावना जताई है, जबकि अधिकांश स्थानों पर कोहरा छाने के आसार हैं। आज के बाद बारिश का सिलसिला थम जाएगा, लेकिन न्यूनतम तापमान में तेज गिरावट के कारण ठंड बढ़ेगी। 31 दिसंबर से प्रदेश में घना कोहरा और कड़ाके की सर्दी का दौर शुरू होगा, जो पूरे जनवरी तक बने रहने की संभावना है।

प्रदेश के कई हिस्सों में बीते दो दिनों में 50 किमी प्रति घंटे की गति से हवाएं चलीं। रीवा में 4.2 इंच बारिश दर्ज की गई, जबकि मंदसौर और देवास में ढाई इंच तक पानी बरसा। भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर समेत कई जिलों में तापमान 10 डिग्री से नीचे बना हुआ है। नए साल की पहली सुबह ठंडी और कोहरे से ढकी होगी। मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों के लिए कोहरे और कड़ाके की सर्दी की चेतावनी दी है।

यह भी पढ़ें: पूर्व PM के प्रति सरकार को आदर दिखाना चाहिए था, निगमबोध घाट पर अंत्येष्टि को लेकर राहुल गांधी ने जताई नाराजगी

नवंबर और दिसंबर में पहले ही ठंड ने रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। भोपाल में दिसंबर की ठंड ने 58 साल का रिकॉर्ड तोड़ा, जबकि नवंबर में 36 साल का। इंदौर, उज्जैन और जबलपुर जैसे शहरों में भी तापमान सामान्य से 7 डिग्री तक कम रहा। अब जनवरी में भी प्रदेशभर में कंपकंपाने वाली ठंड पड़ने की संभावना है।