MP: शिवपुरी में मतदान के बाद देर रात दो पक्षों में खूनी संघर्ष, तीन की मौत और कई लोग घायल

शिवपुरी में मतदान के बाद पथराव, आगजनी और गोलीकांड में दोनों गुटों के 12 से ज्यादा लोग घायल हो गए, जिसमें से तीन लोगों की इलाज के दौरान मौत हो गई।

Updated: Nov 19, 2023, 11:41 AM IST

शिवपुरी। मध्य प्रदेश में चुनावी बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। चुनाव के बाद शिवपुरी जिले में दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। शिवपुरी जिले की ग्राम पंचायत चकरामपुर में पुरानी रंजिश के चलते दो पक्षों में जमकर संघर्ष हुआ। इस हिंसक झड़प में तीन लोगों की मौत हो गई जबकि कई अन्य घायल हैं।

योगेंद्र उर्फ गोला पुत्र मुन्ना भदौरिया का गांव के ही दिनेश कुशवाह से दो माह पहले विवाद हो गया था। तभी से दोनों परिवारों में रंजिश चली आ रही थी। 17 नवंबर को वोटिंग के बाद रात में दोनों परिवारों के युवकों में रंजिश को लेकर विवाद हो गया। इसके कुछ देर बाद ही दोनों गुटों के लोग आमने-सामने आ गए और एक-दूसरे पर पथराव शुरू कर दिया। इसके बाद दोनों गुटों ने लाठी-डंडों से एक-दूसरे पर हमला कर दिया। इस दौरान हुई गोलीबारी में कुशवाहा समाज के एक युवक को गोली लग गई। इस खूनी संघर्ष के दौरान हुई आगजनी में एक चार पहिया वाहन भी जलकर राख हो गई।

खूनी संघर्ष में मुन्ना भदौरिया की पत्नी आशा देवी उम्र 55 वर्ष, भाई लक्ष्मण और हिमांशु सेंगर गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गए। इसके अतिरिक्त मुन्ना भदौरिया के दो बेटे राजेंद्र भदौरिया और भोला भदौरिया घायल हुए थे। सभी घायलों को पहले नरवर के स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया, जहां से सभी घायलों को ग्वालियर रेफर कर दिया गया था। इस झगडे़ में मुन्ना भदौरिया की पत्नी आशादेवी और आशादेवी के भतीजे हिमांशु सेंगर और लक्ष्मण भदौरिया की ग्वालियर में मौत हो चुकी है। कुशवाह परिवार के सदस्यों का उपचार भी ग्वालियर के अस्पताल में जारी है। 

करैरा एसडीओपी शिवनारायण मुकाती ने बताया कि पुलिस ने इस मामले में दोनों पक्षों पर बलवा सहित हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया था। एक पक्ष के तीन लोगों की मौत के बाद पुलिस ने अब हत्या की धारा बढ़ाकर मामले की जांच शुरू कर दी है। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने गांव को छावनी में तब्दील कर दिया है। एसपी रघुवंश सिंह भदौरिया भारी पुलिस बल के साथ गांव में मौजूद हैं।