बर्फीली हवाओं से ठिठुरा मध्य प्रदेश, पचमढ़ी में 3.4 डिग्री पहुंचा तापमान, अगले 3 दिन तक शीतलहर का अलर्ट
भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर-उज्जैन समेत पूरे प्रदेश में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। दिन में भी कंपकंपी छूट रही है। मौसम विभाग का कहना है कि अगले 3 दिन ऐसी ही ठंड पड़ेगी।
भोपाल। नए साल में मध्य प्रदेश में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। भोपाल, इंदौर, धार, पचमढ़ी, उज्जैन सहित 30 जिलों में दिन-रात का पारा 7.6 डिग्री तक लुढ़का है। पचमढ़ी में रात का पारा 7.6 तो धार में दिन का पारा सबसे ज्यादा 4 डिग्री गिरा है। पचमढ़ी में न्यूनतम टेम्परेचर सबसे कम 3.4 डिग्री रिकॉर्ड हुआ। रायसेन में अधिकतम पारा सबसे कम 16.8 डिग्री रिकॉर्ड हुआ।
मध्य प्रदेश पहाड़ों की सर्द हवा से ठिठुर रहा है। आलम ये है कि यहां दिन में भी कंपकंपी छूट रही है। भोपाल, जबलपुर समेत 14 जिलों में बुधवार को शीतलहर चली। गुरुवार को 37 जिलों में घना कोहरा छाया रहा। कई शहरों में विजिबिलिटी घटकर 50 मीटर तक पहुंच गई। मौसम विभाग के मुताबिक, अगले 3 दिन ठंड और शीतलहर से राहत मिलने की संभावना नहीं है।
बुधवार को पचमढ़ी की रात सबसे सर्द रही। यहां न्यूनतम तापमान 3.4 डिग्री रिकॉर्ड हुआ। रीवा 5.4, राजगढ़ 6.4, रायसेन 6, खंडवा 10, इंदौर 9.4, नर्मदापुरम 9.5, ग्वालियर 7.6, गुना 6.5, धार 9.2, भोपाल 6.8, उज्जैन 9, छिंदवाड़ा 8, दमोह 8.5, जबलपुर 7, खजुराहो 6.4, मंडला 6, नवगांव 6, सागर 8.6, सतना 7.5, सीधी 8.4, टीकमगढ़ 8.5 और उमरिश में 6.4 डिग्री न्यूनतम पारा दर्ज किया गया।
रायसेन में दिन का तापमान 16.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। रीवा में 18.2 डिग्री, भोपाल 18.3, नौगांव 19, सीधी 19.6, नर्मदापुरम 19.9, खजुराहो 20.2, दमोह 20.5, जबलपुर-सतना 20.8, गुना-शिवपुरी 21, मलाजखंड 22, सिवनी 22.2, उमरिया 22.5 और उज्जैन में 23.2 डिग्री अधिकतम तानमान रिकॉर्ड हुआ।
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, जम्मू, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, लद्दाख में बर्फबारी हो रही है। यहां से सर्व हवा एमपी में आ रही है। आने वाले दिनों में बर्फ पिघलेगी। हवा की रफ्तार तेज होने से ठंड का असर और बढ़ जाएगा। जनवरी में प्रदेश का मौसम ठंडा ही रहेगा। 20 से 22 दिन तक शीतलहर चलने का अनुमान है।
उधर, खंडवा में कोहरे के कारण यात्री बस की जननी एक्सप्रेस (एंबुलेंस) से भिड़ंत हो गई। इस हादसे में एंबुलेंस का आगे का हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। जननी एक्सप्रेस के कर्मचारी का कहना है कि, घटना के दौरान हल्का कोहरा था। हमारी गाड़ी साइड से चल रही थी। आगे से केवलराम बस ने ओवरटेक किया और रॉन्ग साइड पर आ गई। हमने बचने का प्रयास किया, गाड़ी को सड़क के किनारे उतार दिया। बावजूद बस वाले ने टक्कर मार दी।