गाय के बाद राम के लिए भी बीजेपी सरकार ने घटाया बजट
MP Ram Van Gaman Path: राम वन गमन पथ में 2200 लाख गुना कटौती, कमलनाथ सरकार ने दिया था 22 करोड़ से ज्यादा का बजट

भोपाल। प्रदेश के गायों के लिए चारा का बजट घटाने के बाद मध्यप्रदेश की सत्तारूढ़ बीजेपी सरकार ने अब राम वन गमन पथ के बजट में भी भारी कटौती की है। प्रदेश की शिवराज सरकार ने राम वन गमन पथ के लिए पूर्व निर्धारित बजट में तकरीबन 2200 लाख गुना राशि काटी है। कमलनाथ सरकार ने जिस राम वन गमन पथ के लिए 22 करोड़ 9 लाख 32 हजार रुपए का बजट अलॉट किया था उसे शिवराज सरकार ने घटाकर मात्र 1 लाख 33 हजार कर दिया।
बीजेपी सरकार के इस फैसले के बाद कांग्रेस अब सीएम शिवराज सिंह चौहान पर हमलावर हो गई है। कमलनाथ कैबिनेट में जनसंपर्क मंत्री रहे पीसी शर्मा ने ट्वीट कर शिवराज सरकार पर कांग्रेस की महत्वकांक्षी योजनाओं को ठंडे बस्ते में डालने का आरोप लगाया है। कांग्रेस नेता ने कहा, 'भगवान राम के नाम की राजनीति करने वाली पार्टी की सरकार ने, हमारी सरकार में राम वन पथ गमन योजना के लिए 22 करोड़ 9 लाख 32 हजार रुपए का बजट अलॉट किया था, उसे घटाकर मात्र "1 लाख" रुपए कर दिया है। हमारी महत्वकांक्षी योजना को ठंडे बस्ते में डालने की इनकी मंशा है।'
भगवान राम के नाम की राजनीति करने वाली पार्टी की सरकार ने , हमारी सरकार में राम वन पथ गमन योजना के लिए 22 करोड़ 9 लाख 32 हजार रुपए का बजट अलॉट किया था , उसे घटाकर मात्र "1 लाख" रुपए कर दिया है। हमारी महत्वकांक्षी योजना को ठंडे बस्ते में डालने की इनकी मंशा है।।#Pcsharmainc pic.twitter.com/XThub80QE3
— P C Sharma (@pcsharmainc) September 7, 2020
क्या है राम वन गमन पथ ?
भगवान राम अपने वनवास के दौरान जिस रास्ते से गुजरे थे उसे राम वन गमन पथ कहा जाता है। कांग्रेस सरकार के इस महत्वकांक्षी प्रोजेक्ट के तहत चित्रकूट, पन्ना, कटनी, जबलपुर, मंडला, डिंडोरी, शहडोल और अमरकंटक को विशेष थीम पर डेवलप करने की योजना थी। छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार ने भी राम वन गमन पथ को विशेष रूप से विकसित करने का प्रोजेक्ट पास किया है। हालांकि मध्यप्रदेश में सरकार बदलने के बाद यह योजना अधर में फंसता दिख रहा है।
Click: CM Bhupesh Baghel राम वन गमन पथ की थ्रीडी तस्वीरें जारी
रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रदेश सरकार के पास फंड की कमी है इस वजह से इज योजनाओं में कटौती की जा रही है। इसके पहले शिवराज सरकार ने गौशालाओं का बजट 132 करोड़ से घटाकर 11 करोड़ कर दिया था। कमलनाथ सरकार के दौरान गायों के चारे का बजट 20 रुपए प्रति गाय था जो अब घटकर 1 रुपए 60 पैसे प्रति गाय रह गया है। यानी कि गौशालाओं के बजट में सीधे 90 फीसदी की कटौती। ऐसे में अब कांग्रेस नेता यह पूछ रहे हैं कि जिस राम और गाय के नाम पर बीजेपी अबतक राजनीति करती रही है उसी के लिए फंड में कटौती क्यों कर रही है? क्या भगवान राम और गौ माता बीजेपी के लिए सिर्फ राजनीतिक हथियार हैं?'