MP: भाजपा सरकार के खिलाफ नर्सिंग स्टूडेंट्स ने खोला मोर्चा, बजट के दूसरे दिन फूंका सीएम चौहान का पुतला

तीन साल से मध्य प्रदेश में नर्सिंग की परीक्षाएं नहीं हुई हैं, परेशान छात्र अगर कोई आत्मघाती कदम उठाते हैं तो चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग इसके लिए जिम्मेदार होंगे: छात्र नेता रवि परमार

Updated: Mar 02, 2023, 11:17 AM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश सरकार ने एक ओर जहां बजट में नर्सिंग सीटें बढ़ाने का ऐलान किया है, वहीं बजट के दूसरे ही दिन नर्सिंग स्टूडेंट्स सड़कों पर उतर आए हैं। विधानसभा में बजट पेश होने के दूसरे दिन राजधानी भोपाल में नर्सिंग स्टूडेंट्स का जोरदार विरोध प्रदर्शन देखने को मिला। एनएसयूआई मेडिकल विंग के संयोजक रवि परमार के नेतृत्व में नर्सिंग स्टूडेंट्स ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का पुतला फूंका और जमकर नारेबाजी की।

दरअसल, मध्य प्रदेश में पिछले तीन साल से नर्सिंग परिक्षाएं नहीं हुईं हैं। नतीजतन नर्सिंग स्टूडेंट्स जो तीन साल पहले फर्स्ट ईयर में थे वे आज भी फर्स्ट ईयर में ही हैं। उधर बजट में शिवराज सरकार ने नर्सिंग योजना के तहत बड़े बड़े दावे किए हैं। इसी बात से आक्रोशित सैंकड़ों नर्सिंग स्टूडेंट्स छात्र नेता रवि परमार के नेतृत्व में राज्य सरकार के खिलाफ सड़क पर उतर आए। नर्सिंग छात्रों ने नारेबाजी करते हुए मुख्यमंत्री का पुतला दहन किया। 

नर्सिंग स्टूडेंट्स के दल का नेतृत्व कर रहे छात्र नेता रवि परमार ने आरोप लगाते हुए कहा कि मध्य प्रदेश में व्यापम से भी बड़ा नर्सिंग फर्जीवाड़ा हुआ हैं जिसमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग और कई बड़े अधिकारी सीधे तौर पर संलिप्त हैं। इतना ही नहीं फर्जी नर्सिंग कॉलेजों को मान्यता देने के लिए विश्वास सारंग के बंगले पर कार्यरत महेंद्र गुप्ता द्वारा खुलेआम लाखों रूपयों का लेन देन किया जा रहा हैं। नर्सिंग कॉलेज मान्यता घोटाले में विश्वास सारंग और उनके सहयोगियों ने करोड़ों रुपए की उगाही की है, जिसकी उच्च स्तरीय जांच होना चाहिए। 

परमार ने मांग करते हुए कहा कि मध्य प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय यदि परीक्षा कराने में असमर्थ है तो फिर छात्र-छात्राओं का आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर अगली कक्षा में प्रमोशन करना चाहिए। ताकि छात्र-छात्राएं अगले वर्ष की पढ़ाई कर सकें और उनका जो साल बर्बाद हुआ है उससे उन्हें राहत मिल सके। 

रवि परमार ने आगे कहा कि नर्सिंग छात्र छात्राएं अपने भविष्य को लेकर अत्यधिक चिंतित हैं। जिन छात्र छात्राओं का 2 साल का कोर्स था, वह तीन साल  बाद भी प्रथम वर्ष में ही हैं। यही हाल 4 साल के कोर्स वाले स्टूडेंट्स का है। 3 साल बीतने के बाद भी उनकी प्रथम वर्ष की परीक्षा नहीं हुई। छात्र-छात्राएं मानसिक रूप से परेशान हैं। उन्हें चिंता है कि उनकी डिग्री कब मिलेगी? उन्हें गलत कदम उठाने के लिए मजबूर किया जा रहा है। ऐसे में अगर कोई भी छात्र आत्मघाती कदम उठाता हैं तो इसके लिए सीधे तौर पर विश्वास सारंग जिम्मेदार होंगे।