युद्धग्रस्त इजरायल फंसी MP की बेटी, एंबेसी से मदद न मिलने पर पिता ने लगायी PM से गुहार

टीकमगढ़ जिले के शिव धाम कुंडेश्वर की रहने वाली स्वाति सिरोटिया ने बताया कि स्पैनिश गवर्नमेंट ने प्लेन भेजकर अपने छात्रों को एयरलिफ्ट कर लिया है। हमारे लिए एंबेसी ने कुछ नहीं किया। कोई मदद नहीं की।

Updated: Oct 11, 2023, 07:50 PM IST

टीकमगढ़। इजराइल-हमास युद्ध के बीच मध्य प्रदेश की एक छात्रा येरूशलम में फंस गई है। छात्रा ने बताया कि सभी देशों ने अपने छात्रों को एयरलिफ्ट कर लिया है। लेकिन हमारे लिए एंबेसी ने कुछ नहीं किया। कोई मदद नहीं की। उसने अपने पिता को फोन पर बताया कि सायरन बजते ही डेढ़ मिनट के अंदर बंकर में जाना पड़ता है। हॉस्टल में जो कुछ खाने-पीने का इंतजाम है, उससे ही काम चला रही है।

टीकमगढ़ जिले के शिव धाम कुंडेश्वर की रहने वाली स्वाति सिरोटिया 2020 में एग्रीकल्चर से एमएससी करने इजराइल गई थीं। उन्हें इसी महीने डिग्री कंप्लीट होने पर घर लौटना था, लेकिन 7 अक्टूबर को हमास ने इजराइल पर हमला कर दिया।।उनके पिता राजेंद्र सिरोटिया ने बताया कि स्वाति येरूशलम की हिब्रू एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी से मास्टर डिग्री कर रही हैं। पिछले साल अक्टूबर महीने में वह घर आई थीं। करीब 1 महीने रहने के बाद नवंबर में वापस इजराइल गई थीं। इसी साल अक्टूबर महीने में स्वाति की डिग्री कंप्लीट हो रही है। वह थीसिस के लिए वहां रुकी हुई थी। 

मंगलवार सुबह स्वाति ने परिजनों से फोन पर बात की। उसने बताया कि फिलहाल वह हॉस्टल में सुरक्षित है। परिवार से वीडियो कॉल पर स्वाति ने बताया- इजराइल में सिर्फ एक एयर लाइन सेवा चल रही है। इंडिया के लिए डायरेक्ट फ्लाइट 14 अक्टूबर तक बंद है। हमारे लिए एंबेसी ने कुछ नहीं किया। कोई मदद नहीं की। स्पैनिश गवर्नमेंट ने प्लेन भेजकर अपने छात्रों को एयरलिफ्ट कर लिया है। स्वाति ने कहा, 'यहां पर इंडिया के लगभग 3 हजार बच्चे होंगे। हमारे कैंपस में ही 25 से 30 भारतीय बच्चे हैं। हम यहां बंकर में ही रह रहे हैं। ये हमारे रूम जैसे ही हैं, बस दीवार ज्यादा मजबूत है।'

स्वाति अपने घर में चार भाई-बहनों में सबसे छोटी है। दो बड़ी बहनों की शादी हो चुकी है। भाई आर्मी में है। उनकी पोस्टिंग नागालैंड के कोहिमा में है। स्वाति के पिता राजेंद्र स्वास्थ्य विभाग में फार्मासिस्ट के पद पर थे। एक साल पहले वह रिटायर्ड हो चुके हैं। राजेंद्र सिरोटिया ने अपनी बेटी को सुरक्षित भारत लाने के लिए पीएम मोदी और सीएम शिवराज से गुहार लगाई है। उन्होंने इस संबंध में जिला प्रशासन को पत्र भी सौंपा है।

भारत में इजरायल के राजदूत नाओर गिलोन ने बताया कि इजरायल और हमास की लड़ाई में अभी तक एक भी भारतीय नागरिक के हताहत होने की सूचना नहीं है। हमास जैसे आतंकी संगठनों का एक ही इलाज है, या तो जड़ से खत्म कर दिया जाए या किसी पर हमला करने की क्षमता ही छीन ली जाए। हम सुनिश्चित करेंगे कि हमास भविष्य में कभी इस तरह की घटना को दोबारा अंजाम न दे पाए।