नामीबियाई चीतों ने कूनो में किया अपना पहला शिकार, बड़े बाड़े में छूटते ही चीतल पर टूट पड़े दोनों चीते

मध्य प्रदेश के श्योपुर स्थित कूनो नेशनल पार्क में नामीबिया से लाए गए 2 चीतों ने पहला शिकार कर लिया है। 24 घंटे पहले ही इन चीतों को छोटे से बड़े बाड़े में छोड़ गया था।

Updated: Nov 07, 2022, 11:14 AM IST

श्योपुर। कूनो राष्ट्रीय उद्यान में बड़े बाड़े में छोड़े जाने के 24 घंटों के भीतर दो अफ्रीकी चीतों ने अपना पहला शिकार किया। वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि चीतों ने रविवार की रात या सोमवार की तड़के एक चीतल का शिकार किया। 17 सितंबर को नामीबिया से लाए गए चीतों का यह पहला शिकार है।

पीसीसीएफ जसवीर सिंह चौहान ने बताया कि कूनो नेशनल पार्क में छोटे बाड़ों से निकालकर बड़े बाड़े में छोड़े गए दोनों चीतों ने पहले दिन रविवार को न सिर्फ खुले जंगल में मस्ती की, बल्कि कई बार कई दफा चीतल और सांभर को देख तेज रफ्तार से दौड़ भी लगाई और शिकार की कोशिश भी की। हालांकि, कुछ समय बाद दोनों अपने प्रयास में सफल हो गए।

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अधिकारियों ने बताया कि इनके शिकार करने के तरीकों से पता चलता है कि ये बिल्कुल फिट हैं और इन चीतों के क्वारंटाइन में समय बिताने के दौरान इनकी मांसपेशियों की ताकत कमजोर होने की चिंता निराधार है। इन दोनों नर चीतों की मॉनिटरिंग के बाद अब शेष चीतों को भी बड़े बाड़े में छोड़ने की तैयारी है।

बता दें कि 1947 में आखिरी बार मारे जाने के बाद 1952 में भारतीय धरती पर चीतों को विलुप्त घोषित कर दिया गया था। ऐसे में भारत सरकार ने चीतों के संरक्षण को लेकर अभियान शुरू किया। प्रोजेक्ट चीता के तहत सरकार ने सितंबर माह में आठ बिग कैट्स को नामिबिया से भारत लेकर आई। जिसमें पांच मादा और तीन नर चीता शामिल हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 17 सितंबर 2022 को मध्य प्रदेश के कूनो-पालपुर राष्ट्रीय उद्यान में तीन चीतों को छोड़ा था और इसे ऐतिहासिक क्षण बताया था। दो चीतों को बड़े बाड़े में छोड़ने को लेकर शनिवार (6 नवंबर) को प्रधानमंत्री मोदी ने प्रसन्नता व्यक्त की थी। उन्होंने इसे अच्छी खबर बताते हुए कहा कि मुझे खुशी हुई कि सभी चीते स्वस्थ हैं, सक्रिय हैं।