पटवारी भर्ती परीक्षा का मामला गर्माया, घोटाले को लेकर इंदौर हाईकोर्ट में दायर की गई याचिका, उच्च स्तरीय जांच की मांग

बता दें कि जिस कॉलेज में परीक्षा हुई वह कॉलेज भाजपा के भिंड विधायक संजीव सिंह का है। घोटाला उजागर होने के बाद सरकार ने भर्ती रोक दी है। इसको लेकर इंदौर हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर कर उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग की है।

Publish: Jul 14, 2023, 05:25 PM IST

इंदौर। मध्य प्रदेश का चर्चित पटवारी भर्ती घोटाला का मामला गर्मा गया है। इसको लेकर इंदौर हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर कर दी गई है। याचिकाकर्ता ने घोटाले की उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग की है। 


कर्मचारी चयन मंडल की पटवारी संयुक्त भर्ती परीक्षा में धांधली को लेकर हजारों छात्रों ने इंदौर में बुधवार को कलेक्टर कार्यालय पर प्रदर्शन किया। वही भर्ती घोटाले का मामला कोर्ट तक भी पहुंच गया है। विवाद बढ़ने के बाद सरकार ने परीक्षा से होने वाली नियुकि्तयों पर रोक लगा दी। हाईकोर्ट में लगी याचिका को लेकर वकील जीपी सिंह ने बताया दस में से सात टॉपर ग्वालियर के एक ही कॉलेज से आना घोटाले की तरफ इशारा कर रहा है।

याचिका में कहा गया है कि भर्ती के नाम पर ग्वालियर के कॉलेज में परीक्षा पास कराने में करोड़ों रुपये का लेनदेन हुआ है। जनहित याचिका में दोषी लोगों के खिलाफ सख्त एक्शन लेने  और जांच के नाम पर लंबे समय तक भर्ती न रोकने कही गई है।


बता दें कि जिस कॉलेज में परीक्षा हुई वह कॉलेज भाजपा के भिंड विधायक संजीव सिंह का है। घोटाला उजागर होने के बाद सरकार ने भर्ती रोक दी है। जिन अभ्यार्थियों ने ईमानदारी से परीक्षा दी, उनका भविष्य भी सरकार चौपट करना चाहती है। याचिका में इस घोटाले की हाईकोर्ट द्वारा गठित कमेटी या अन्य किसी एजेंसी से उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की गई है।

याचिकाकर्ता रघु परमार ने कहा कि व्यापमं के बाद भाजपा सरकार का यह दूसरा बड़ा घोटाला है, जो हजारों युवाओं के भविष्य को बर्बाद करेगा। एक ही कॉलेज से जो सात टॉपर आए है। उनके रोल नंबर की सीरिज भी 24 नंबर से शुरू होती है। टॉपर होने के बावजूद अभ्यार्थियों ने हिन्दी में हस्ताक्षर किए, उसमें भी सिर्फ अधूरे नाम लिखे गए। परमार ने आरोप लगाया कि सत्ता में शामिल लोगों ने भर्ती घोटाले में करोड़ों का लेनदेन किया है।