मंत्री प्रहलाद पटेल के भीख वाले बयान पर नहीं थम रहा बवाल, कांग्रेस ने भोपाल में पुतला फूंका, इंदौर में निकाली अर्थी
भोपाल में नेहरू नगर और चंचल चौराहे पर मंत्री पटेल के पुतले जलाए गए। इंदौर में पुतले की अर्थी निकाली गई। इसके बाद जब इसे जलाने की कोशिश की तो पुलिस ने पुतला छीन लिया।

भोपाल। मध्य प्रदेश के पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद पटेल के भीख वाले बयान पर बवाल नहीं थम रहा है। कांग्रेस पटेल के इस्तीफे की मांग को लेकर सड़कों पर है। गुरुवार को भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदेशव्यापी प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रदेश के अधिकांश ब्लॉक मुख्यालयों पर पटेल के पुतले फूंके गए।
भोपाल में नेहरू नगर और चंचल चौराहे पर मंत्री पटेल के पुतले जलाए गए। चंचल चौराहे पर ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष अशोक मारण के नेतृत्व में मंत्री प्रहलाद पटेल का पुतला जलाया गया और उनके इस्तीफे की मांग की गई। वहीं, तुलसी नगर ब्लॉक कांग्रेस कमेटी ने नेहरू नगर चौराहे पर पटेल का पुतला फूंका।
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भोपाल के संत हिरदाराम नगर (बैरागढ़) में पुतला जलाने को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़प हो गई। भोपाल शहर कांग्रेस अध्यक्ष प्रवीण सक्सेना ने कहा कि जब तक मंत्री माफी नहीं मांगते और इस्तीफा नहीं देते, तब तक विरोध जारी रहेगा।
उधर, इंदौर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने महिला विंग के साथ अग्रसेन चौराहे पर प्रदर्शन किया। मंत्री पटेल के पुतले की अर्थी निकाली। इसे जलाने की कोशिश के दौरान पुलिस से खींचातानी हो गई। आखिर में पुलिस जवानों ने कांग्रेस नेताओं से पुतला छीन लिया।नर्मदापुरम के सिवनी मालवा में गांधी चौक पर प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़प हो गई।
मुरैना में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने राज्यपाल के नाम प्रशासन को ज्ञापन सौंपा। इसमें मंत्री की बर्खास्तगी की मांग की गई। गुना में भी कांग्रेस ने मंत्री प्रहलाद पटेल के बयान के खिलाफ प्रदर्शन किया। हनुमान चौराहे पर पुतला दहन किया गया। इस दौरान पुलिसकर्मी सादा कपड़ों में पुतला ढूंढती रही। कांग्रेसियों ने एक दुकान में पुतला छिपा रखा था। अचानक लाकर इसे जला दिया। इसके बाद फायर ब्रिगेड से पुतले पर पानी डाला गया। इसमें कुछ कांग्रेसी भी भीग गए। टीकमगढ़ और दतिया में भी कांग्रेस ने मंत्री पटेल के बयान के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया।
दरअसल, 1 मार्च को राजगढ़ जिले के सुठालिया में मंत्री पटेल ने जनता के मांग पत्रों को भीख करार दे दिया था। उन्होंने कहा था, 'अब तो लोगों को सरकार से भीख मांगने की आदत पड़ गई है। नेता आते हैं, एक टोकना (टोकरी) तो कागज मिलते हैं उनको। मंच पर माला पहनाएंगे और एक पत्र पकड़ा देंगे। यह अच्छी आदत नहीं है। लेने की बजाय देने का मानस बनाएं।' इसी बयान के खिलाफ प्रदेशभर में प्रदर्शन हो रहे हैं।