पुजारी कर सकेंगे मंदिर की जमीन को नीलाम, चुनावी साल में ब्राह्मणों को साधने के लिए सीएम शिवराज का ऐलान

सीएम शिवराज सिंह चौहान ने यह भी घोषणा की है कि ब्राह्मणों के कल्याण के लिए एक संवैधानिक बोर्ड बनाया जाएगा जो ब्राह्मणों की समस्याओं का निदान करेगा।

Updated: Apr 23, 2023, 11:54 AM IST

भोपाल। चुनावी साल में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ब्राह्मणों को लेकर बड़ा ऐलान किया है। सीएम शिवराज ने भोपाल में आयोजित कार्यक्रम में कहा है कि अब मंदिरों से लगी जमीनों की नीलामी कलेक्टर नहीं कर सकेंगे। बल्कि इन जमीनों की नीलामी अब मंदिर से जुड़े पुजारी कर पाएंगे। इतना ही नहीं सीएम चौहान ने यह भी घोषणा की है कि ब्राह्मणों के कल्याण के लिए एक संवैधानिक बोर्ड बनाया जाएगा जो ब्राह्मणों की समस्याओं का निदान करेगा।

सीएम शिवराज सिंह चौहान शनिवार को राजधानी भोपाल में आयोजित कथा के एक कार्यक्रम में पहुंचे थे। यहां बागेश्वर धाम के महंत धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री भी मौजूद थे। धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को संबोधित करते हुए सीएम शिवराज ने कहा कि महाराज जी मैं आपको और आपके माध्यम से पूरे प्रदेश को बताना चाहता हूं कि अब मंदिर और उससे लगी जमीनों की नीलामी पुजारी कर सकेंगे। अब कलेक्टर के माध्यम से प्रशासन इस मामले में दखल नहीं देगा। पुजारियों का हक रहेगा कि वह जरूरत के हिसाब से जमीन की नीलामी कर सकें। साथ ही पुजारियों को सम्मानजनक मानदेय दिया जाएगा।

 

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने परशुराम जयंती पर यह ऐलान किया। इस ऐलान के बाद अब मध्य प्रदेश में जिन मंदिरों के पास 10 एकड़ से अधिक कृषि भूमि है, उन्हें अब 3 साल की लीज पर देने के लिए नीलाम किया जा सकेगा। नीलाम हुई कुल भूमि में 10 एकड़ तक से होने वाली कमाई पुजारी रखेंगे, बाकी मंदिर के खाते में जाएगी। बता दें कि मध्य प्रदेश में सरकार के अधीन 21 हजार 104 मंदिर हैं, जिनमें से 1320 मंदिर ही 10 एकड़ से अधिक कृषि भूमि वाले हैं।

कार्यक्रम के दौरान सीएम शिवराज सिंह चौहान ने यह भी घोषणा की है कि ब्राह्मणों के कल्याण के लिए एक संवेधानिक बोर्ड बनाया जाएगा जो ब्राह्मणों की समस्याओं का निदान करेगा। उन्होंने कहा कि ब्राह्मणों ने हमेशा धर्म और संस्कृति की रक्षा की है। राजनीतिक हलकों में सीएम की इस घाेषणा को ब्राह्मणों को साधने की कवायद बताई जा रही है। सीएम शिवराज सिंह चौहान कई मोर्चों पर हर वर्ग को साधने की लगातार कोशिश कर रहे हैं। पहले उन्होंने अनुसूचित जाति वर्ग के कई कल्याण बोर्ड बनाने की घोषणा की थी और अब उन्होंने ब्राह्मण कल्याण बोर्ड बनाने की भी घोषणा कर दी है।