मध्यप्रदेश में बारिश बनी मुसीबत, ग्वालियर चंबल संभाग में नदी नाले उफान पर

ग्वालियर चंबल अंचल में मंगलवार को टूटा 3 साल का रिकॉर्ड एक दिन में बरसा 93 मिमी बारिश, अगले 24 घंटों के लिए फिर से भारी बारिश का अलर्ट, श्योपुरकला, मुरैना, भिंड, दतिया, गुना, ग्वालियर, शिवपुरी और अशोक नगर में भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित

Updated: Jul 28, 2021, 08:10 AM IST

Photo Courtesy: twitter
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भोपाल। सूखे जैसे हालत झेल रहे ग्वालियर चंबल अंचल पर बादलों की मेहरबानी हो ही गई है। ग्वालियर में सावन की झड़ी इतनी बरसी की एक दिन में तीन साल का रिकॉर्ड टूट गया। 24 घंटों में यहां 93.3 मिमी वर्षा दर्ज की गई। ग्वालियर चंबल अंचल के जिलों में बारिश का दौर जारी है, बुधवार के लिए भी ग्वालियर संभाग के सभी जिलों के लिए अलर्ट जारी किया गया है।

ग्वालियर चंबल संभाग में बारिश की वजह से सीप, पार्वती, कूनो नदियों में बाढ़ की स्थिति बन गई है। सैकड़ों घरों में पानी भर गया है। मंगलवार को श्योपुर में लगातार 20 घंटे से रुकरुक कर बारिश का दौर चलने की वजह से राजस्थान के कोटा और बारां का मार्ग बाधित हो गया है। सुरक्षा के मद्देनजर प्रशासन ने शिवपुरी और ग्वालियर मार्ग कर दिया है।  बुधवार को भी इस इलाके में भारी बारिश के लिए अलर्ट जारी किया है। 

 

 सेसईपुरा में सड़कों पर पानी भर गया है, कई जगहों पर हाइवे  की सड़क उखड़ गई है, यहां के पहेला तालाब की मेड फूट जाने से पहेला और झिरन्या में लोगों के घर जल मग्न हो गए हैं।

 मौसम विभाग ने बुधवार के लिए श्योपुरकला, मुरैना, भिंड, दतिया, गुना, ग्वालियर, शिवपुरी और अशोक नगर में भारी से अति भारी वर्षा का अलर्ट जारी किया है। इन 8 जिलों में मूसलाधार बारिश होने की चेतावनी जारी की गई है। इन जिलों में 115.6 से 204.4 मिमी तक बारिश होने की संभावना है। 

ग्वालियर में जुलाई के महीने में कुल 238 मिमी पानी बरस चुका है। वहीं जून में केवल 17.3 मिमी पानी बरसा था। एक जून से 27 जुलाई तक ग्वालियर में कुल 255.3 मिमी पानी गिरा है, जो की औसत से 41.4 मिमी कम है। लेकिन नए सिस्टम की वजह से माना जा रहा है कि यह अंतर पूरा हो सकेगा। 

वहीं सतना 82.7 मिमी, सिवनी 72.6 मिमी,श्योपुर कलां 64.0 मिमी, मलंजखंड 50.0 मिमी,  , छिंदवाड़ा 26.2मिमी, भोपाल शहर 24.9 मिमी भोपाल ग्रामीण 21.8 मिमी, रीवा 23.4 मिमी, पचमढ़ी 20.0 मिमी, ग्वालियर 14.2 मिमी, उज्जैन 14.0 मिमी, दतिया 13.8 मिमी, खजुराहो 13.8 मिमी, गुना 10.6 मिमी, सीधी 10.0 मिमी, धार 8.4 मिमी, मंडला 8.0 मिमी, बैतूल 7.4 मिमी, होशंगाबाद 3.8 मिमी, रायसेन 3.6 मिमी, दमोह 3.0 मिमी इंदौर 2.7 मिमी, शाजापुर 2.6 मिमी, रतलाम 2.6 मिमी, खरगोन 2.0 मिमी, टीकमगढ़ 2.0 मिमी, जबलपुर 1.6 मिमी, नौगांव 1.6 मिमी, सागर 1.4 मिमी वर्षा दर्ज की गई है। वहीं भोपाल में बारिश की वजह से बड़े तालाब और भोपाल के आसपास के डैम्स का जल स्तर बढ़ गया है।

मध्य प्रदेश में 1 जून से 28 जुलाई 2021 तक औसत से 3 प्रतिशत अधिक वर्षा हो चुकी है। प्रदेश में अब तक कुल 412.8 मिमी वर्षा दर्ज हुई है, जबकि सामान्य औसत वर्षा 399 मिमी है। मौसम विभाग का कहना कि प्रदेश ने सामान्य वर्षा के आंकड़े हासिल कर लिए हैं। जिन जिलों में कम बारिश हुई है वे भी धीरे-धीरे सामान्य वर्षा की ओर बढ़ रहे हैं। भोपाल में 13 फीसदी ज्यादा बारिश हो चुकी है, यहां की नार्मल रेन 423 हैं जबकि 485 मिमी बारिश हो चुकी है, सिंगरौली में सबसे ज्यादा 577 मिमी बारिश हो चुकी है जो की सामान्य से 63 फीसदी अधिक है।

गुना में 28 फीसदी ज्यादा 377 सामान्य वर्षा है लेकिन अब तक यहां 484 मिमी बारिश दर्ज की गई है। आगर मालवा में 49 प्रतिशत ज्यादा बारिश हुई है। ग्वालियर में सामान्य से 3 प्रतिशत कम वर्षा हुई है, 278 मिमी बारिश हुई है, जबकि सामान्य बारिश का आकड़ा 286 है। मुरैना में सामान्य से 50 प्रतिशत कम पानी बरसा है। यहां अब तक केवल 125 मिमी ही बारिश दर्ज की गई है।

 

 

आगामी 24 घंटों के लिए ग्वालियर चंबल संभाग के जिलों, रीवा, सतना, अनूपपुर, कटनी, शहडोल, मंडला, बालाघाट, सागर, छतरपुर और टीकमगढ़ के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है। इन इलाकों में भारी बारिश के साथ गरज चमक होने और कहीं कहीं बिजली गिरने की संभावना है।

एक दिन में 82 मिमी बारिश की वजह से सतना की टमस नदी का जल स्तर बढ़ गया है। नदी का पानी लोगों के घरों में भर गया है। शहर में भारी बारिश की वजह से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। सिविल लाइन इलाके में लोगों के घरों और दुकानों में पानी भर गया है। अति वृष्टि से किसानों के खेतों में लगी उडद, मूंग और तिल की फसलें खराब होने की कगार पर हैं।