भोपाल-इंदौर सहित MP के कई जिलों में बारिश, खंडवा-बैतूल में ओले गिरने के आसार, वज्रपात से चार की मौत

MP में बदला मौसम का मिजाज, भोपाल, इंदौर, जबलपुर समेत 39 जिलों में हुई बारिश, नर्मदापुरम, बैतूल, खंडवा समेत 8 जिलों में बारिश के साथ ओले भी गिरने के संकेत

Updated: Nov 27, 2023, 09:16 AM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश में सीजन का पहला मावठा गिर रहा है। रविवार-सोमवार की रात दो बजे से भोपाल, नर्मदापुरम समेत कई जिलों में रुक-रुककर बारिश हो रही है। इससे ठंड का असर बढ़ गया है। उधर इंदौर में भी रविवार शाम से रुक-रुककर बारिश हो रही है। बारिश के बीच प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में आकाशीय बिजली गिरने से दंपती समेत 4 लोगों की मौत भी हो गई है।

मौसम विभाग के मुताबिक अगले 3-4 दिन भी मौसम ऐसा ही रहेगा। सोमवार को भोपाल, इंदौर, जबलपुर समेत 39 जिलों में कहीं तेज तो कहीं हल्की बारिश का अनुमान है। वहीं, नर्मदापुरम, बैतूल, खंडवा समेत 8 जिलों में बारिश के साथ ओले भी गिर सकते हैं।मौसम में अचानक बदलाव से पारा 5 डिग्री तक लुढ़क गया। भोपाल में 2.6 डिग्री की गिरावट हुई और 27.7 डिग्री दर्ज किया गया। इंदौर में पारा 3.1 डिग्री लुढ़का और यह 25 डिग्री तक पहुंच गया।

मध्य प्रदेश में रविवार को रतलाम सबसे ठंडा रहा। यहां दिन का तापमान 5.4 डिग्री गिरावट के साथ 23.6 डिग्री दर्ज किया गया। दूसरा सबसे ठंडा शहर उज्जैन रहा। यहां टेम्प्रेचर में 5.3 डिग्री की गिरावट के साथ 23.7 डिग्री तक पहुंच गया। प्रदेश के चार बड़े शहरों की बात करें तो इंदौर में 25 डिग्री, ग्वालियर में 26.4 डिग्री, जबलपुर में 27.4 डिग्री और भोपाल में 27.7 डिग्री तापमान दर्ज किया गया।

प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में बिजली गिरने से चार लोगों की मौत भी हो गई। धार जिले के उमरबन में आकाशीय बिजली गिरने से बाइक सवार दंपती की जान चली गई। वहीं बाइक सवार एक बच्चा घायल हुआ है। वहीं, झाबुआ जिले के पेटलावद के रायपुरिया के झावलिया में आकाशीय बिजली गिरने से कानजी पिता लुंगजी कटारा (42) की मौत हो गई है। बड़वानी जिले के सिलावद के जुनाझिरा गांव में भी आकाशीय बिजली गिरने से एक महिला की मौत हो गई।

किसानों ने इस बारिश को फसल के लिए वरदान बताया है। देपालपुर के किसान लाखन सिंह और सीताराम गहलोत ने बताया कि क्षेत्र में लगभग सभी जगह गेहूं की बोवनी हो गई है। कहीं-कहीं पानी भी दिया जा रहा था। आलू तो लगभग पक चुका है या अधिकतर जगहों पर आखिरी बार पानी दिया जा रहा था। इस बारिश ने गेहूं, प्याज, लहसुन लगाने वाले किसानों के लिए भी बड़ी राहत दी है।