किसानों के तेवर देख सरकार के फूले हाथ-पांव, दिल्ली मार्च से पहले मध्य प्रदेश में दर्जनों किसान नेता गिरफ्तार

दिल्ली किसान आंदोलन के पूर्व मध्य प्रदेश में किसान संघ से जुड़े पदाधिकारियों के खिलाफ 151 के तहत कार्रवाई कर जेल भेजा जा रहा है। भोपाल स्टेशन पर कर्नाटक के किसानों को भी उतारकर गिरफ्तार कर लिया गया।

Updated: Feb 12, 2024, 04:49 PM IST

भोपाल। एमएसपी और कर्जमाफी समेत अपनी कई मांगों को लेकर किसान एक बार फिर सरकार से आर-पार के मूड में हैं। सालों से लंबित पड़े अपने मांगों को लेकर 13 फरवरी से किसानों ने दिल्ली कूच करने और 16 फरवरी को भारत बंद का ऐलान किया है। किसानों के तेवर देख सरकार के फूले हाथ-पांव फूल गए हैं। केंद्र और राज्य सरकारें इस आंदोलन को दबाने में जुट गई है। दिल्ली में किसान एक बार फिर अपनी शक्ति का प्रदर्शन नहीं कर पाएं इसके लिए राजधानी दिल्ली सहित कई राज्यों में किसानों को रोकने की पूरी कोशिशें तेज कर दी गई है।

13 फरवरी दिल्ली कूच में शामिल होने आ रहे कर्नाटक के किसानों को भोपाल में ट्रेन रोककर गिरफ्तार किए जाने की खबर है। किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ ने बताया कि कर्नाटक से आ रहे किसानों के साथ पुलिस द्वारा मारपीट की गई एवम उनके फोन छीने गए। इस दौरान किसान नेता शांताकुमार जी की पत्नी गम्भीर रूप से घायल हुई हैं।

मध्य प्रदेश में दर्जनों जिलों से किसान नेताओं को गिरफ्तार किए जाने की खबर है। राष्ट्रीय किसान मजदूर संघ के शिवकुमार कक्काजी, भारतीय किसान यूनियन के अनिल यादव, आम किसान यूनियन के राम इनानिया जैसे बड़े किसान नेताओं को गिरफ्तार किया गया है। बताया जा रहा है कि ये सभी दिल्ली मार्च में जाने की तैयारी में थे और 16 फरवरी को भारत बंद सफल बनाने के लिए प्रदेशभर के किसानों से संपर्क कर रहे थे।

जबलपुर में किसान नेता रामरतन यादव को गिरफ्तार किया गया है। जबलपुर की गोरखपुर पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया है। सीएसपी गोरखपुर एचआर पांडे ने कहा कि किसान आंदोलन में गड़बड़ी करने की आशंका पर रामरतन यादव को गिरफ्तार किया गया है। उनके खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की गई है। यादव की गिरफ्तारी के बाद रविवार को बड़ी संख्या में उनके समर्थकों ने थाने के बाद हंगामा भी किया। 

रविवार को नर्मदापुरम जिले के पिपरिया से पुलिस ने राष्ट्रीय किसान-मजदूर संघ के जिला अध्यक्ष शिवराज राजोरिया, ब्लॉक अध्यक्ष महेश उपाध्याय सहित किसान संघ से जुड़े एक और व्यक्ति सचिन शर्मा को डिटेन कर लिया है। इन सभी के खिलाफ धारा 151 के तहत कार्रवाई कर जेल भेज दिया गया है। 

उधर विदिशा जिले के किसान नेता आनंद प्रताप सिंह को गांधी चौक नीमताल से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। जिले में किसानों की आवाज उठाने वाले किसान नेता आनंद प्रताप सिंह रविवार शाम करीब 5.30 बजे अपने गांव से लौट रहे थे। तभी नीमताल पर पुलिस ने उन्हें रोक लिया। आनंद प्रताप सिंह ने गिरफ्तारी का कारण पूछा तो उनसे कहा गया कि हमारे पास इंटेलीजेंस का इनपुट है कि आप दिल्ली में होने वाले किसान मोर्चा के कार्यक्रम में किसानों के साथ शामिल होंगे, इसलिए आपको गिरफ्तार किया जा रहा है।

श्याेपुर जिले में भी पुलिस ने 5 किसान नेता को रविवार शाम गिरफ्तार कर जेल भेजने की कार्रवाई की है। इनमें किसान नेता अनिल जाट, जसवंत बछेरी, मुकेश, रवि जाट और राजेंद्र जाट शामिल हैं। गिरफ्तारी के दौरान इन किसान नेताओं ने जमकर नारेबाजी की है। मामले पर एसडीओपी राजीव कुमार गुप्ता का कहना है कि इन किसान नेताओं के द्वारा दुनिया भर के किसानों को सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिल्ली कूच करने के लिए भड़काया था। यह शांति भंग करने की श्रेणी में आता है।

बता दें कि किसानों द्वारा लिए गए दिल्ली कूच फैसलों के मद्देनजर केंद्र की मोदी सरकार के हाथ-पांव फूल गए हैं। इसलिए देशभर में गिरफ्तारियों का दौर शुरू हो गया है। पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश की दिल्ली पहुंचने वाली सीमाओं पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। आलम यह है कि अभी से दिल्ली बॉर्डर सील कर दिए गए हैं। दिल्ली बॉर्डर पर पुलिस ने कंक्रीट की बड़ी-बड़ी बैरिकेडिंग कर दी है। साथ ही आधार 144 भी लागू कर दी गई है। कई जगहों पर कंटीले तार भी लगाए जा रह हैं और सड़क पर कील भी ठोके गए हैं।