Sehore: तेजी से आकार ले रहा है औषाधीय उद्यान 

Herbal Garden: कोरोना काल में अभी ओपीडी में पहले से तैयार काढ़ा वितरित होता है, हर्बल गार्डन बन जाने के बाद दिया जाएगा इन पौधों से निर्मित ताजा काढ़ा

Publish: Aug 14, 2020, 10:35 PM IST

सीहोर। राजधानी के पड़ोसी ज़िले सीहोर में औषाधीय उद्यान तजी से आकार ले रहा है। भोपाल नाका स्थित जिला आयुष कार्यालय भवन के परिसर में औषधीय उद्यान तैयार करने की कवायद जारी है। यह कार्य जिले के आयुष अधिकारी डॉक्टर नरेन्द्र सिंह लोधी की निगरानी में हो रहा है। ज़िला आयुष कार्यालय भवन को औषाधीय उद्यान बनाने के लिए चिकित्सा में उपयोगी पौधे रौपे जा रहे हैं। पौधों की अच्छी देखरेख की वजह से औषधियां तैयार हो रही हैं। 

आयुष अधिकारी डॉक्टर नरेन्द्र सिंह लोधी की इस पहल से जरूरतमंदों को आवश्यकता अनुसार औषधियाँ प्राप्त हो सकेगी। अभी ओपीडी में पहले से तैयार काढ़ा वितरित होता है। हर्बल गार्डन बन जाने के बाद इन पौधों से निर्मित ताजा काढ़ा वितरण प्रारंभ होने की संभावना है। 

कार्यालय में सामान्य पौधों के बनिस्बत ऐसे पौधे लगाए गए हैं जिनसे औषधियां तैयार की जा सके। कार्यालय का नजारा कुछ ऐसा है कि वहां गिलोय की बेल चारों तरफ छाई हुई हैं। सनद रहे कि औषधीय पूर्ण पौधों का रोपण इस समय कोरोना काल में लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए किया जा रहा है। जिसके परिणास्वरूप लोगों को आयुष विभाग कार्यालय में औषाधीय उद्यान बनने की पहल से काफी लाभ होगा। 

जिले के आयुष अधिकारी डॉ नरेन्द्र सिंह लोधी ने आयुष भवन को एक तरह से औषधी केंद्र में तब्दील करने के विचार के बारे में बताया कि जब उन्होनें देखा कि कार्यालय के परिसर में काफी जगह रिक्त हैं और कार्यालय की उपजाऊ मिट्टी में पौधे रोपे जा सकते हैं, तो उन्होंनें गिलोय, आंवला, हररा, पारिजात, पाषणभेद, शतावर,  सहित अनेक औषधीय पोधे रोपने की ठान ली। कुछ ही दिनों बाद रोपे गए पौधे अब बढ़ने लगे हैं। कार्यालय परिसर में सबसे ज्यादा गिलोय की बैल बढ़ी हुई है।