VIP की सेवा में लगा रहा प्रशासन, व्यवस्था से नहीं था कोई मतलब, महाकुंभ भगदड़ पर रो पड़े प्रेमानंद गिरि
महाकुंभ भगदड़ को लेकर निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी प्रेमानंद गिरि ने बयान देते हुए कहा कि कुंभ को सेना के हवाले किया जाना चाहिए।

प्रयागराज। प्रयागराज महाकुंभ में मची भगदड़ से हुई मौतों पर पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी के महामंडलेश्वर प्रेमानंद ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। मीडिया से बात करते वह रो पड़े। उनका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। महामंडलेश्वर प्रेमानंद ने कहा कि प्रशासन पूरी तरह से फेल हो गया है। निक्कमा प्रशासन सिर्फ तुष्टिकरण की नीति में लगा रहा। प्रशासन सिर्फ वीआईपी की सेवा में लगा रहा।
प्रेमानंद गिरि ने कहा, 'मैंने देखा जो भी वीआईपी यहां आया प्रशासन सिर्फ उकी जीहजूरी में लगा रहा। इसके अलावा प्रशासन को कुंभ से कोई मतलब नहीं था। किसी भी व्यवस्था से कोई मतलब नहीं था।' उन्होंने कहा कि जब सभी अखाड़े यह मिलकर कह रहे थे कि महाकुंभ को सेना के हवाले कर दीजिए। हमारे देश में सेवा भाव से भरे लोगों की कमी नहीं है। अगर सेना के हवाले यह कुंभ हो जाता तो मुझे नहीं लगता कि इतना बड़ा हादसा होता।
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उन्होंने कहा कि प्रशासनिक व्यवस्था से कुंभ कलंकित हो गया। इतनी जनता आने के बाद यह पुलिस के संभालने का काम नहीं हैं। नतीजा यह हुआ कि किसी बाप का बेटा चला गया, किसी का कोई। बहुत दुखद समाचार है, मेरा मन बहुत व्यथित है। उन्होंने कहा कि मैं अखाड़े में अपने साथियों से कहकर आया कि आप धीरे-धीरे अपने भक्तों से अपने कैंपों में लौटने के लिए कहिए।
बता दें कि प्रयागराज में महाकुंभ में मंगलवार की आधीरात भारी भीड़ के बीच भगदड़ मच गया। संगम नोज पर भीड़ के चलते मची भगदड़ में 20 से ज्यादा लोगों की मौत और 50 लोगों के घायल होने की खबर है। घायलों को कुंभ क्षेत्र के सेक्टर 2 में बने अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इसे लेकर अब योगी सरकार पर तमाम सवाल उठ रहे हैं।