सीहोर में बच्ची के साथ हुए दुष्कर्म पर दिग्विजय सिंह की सीएम को चेतावनी, कार्रवाई नहीं हुई तो स्वयं धरना दूंगा

सीहोर की रेहटी तहसील में दस वर्षीय आदिवासी बच्ची के साथ दो आरोपियों ने सामूहिक दुष्कर्म किया, लेकिन पीड़िता की मां जब थाने में रपट लिखाने पहुंची तब महिला पुलिसकर्मी ने पीड़िता और उसकी मां के साथ मारपीट कर उन्हें भगा दिया

Updated: Feb 25, 2023, 09:55 AM IST

सीहोर। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह ज़िले में एक नाबालिग आदिवासी बच्ची को पिछले दस दिनों से न्याय के लिए दर दर की ठोकरें खानी पड़ रही हैं। बीते दिनों सीहोर की रेहटी तहसील में दस वर्षीय बच्ची के साथ सामूहिक दुष्कर्म हुआ लेकिन पुलिस इस मामले में शिकायत तक दर्ज करने में आनाकानी कर रही है। ऐसे में कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह खुद पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए आगे आए हैं। 

राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने सीएम शिवराज सिंह चौहान से जल्द से जल्द पीड़िता को न्याय दिलाने और आरोपियों के विरुद्ध एससी एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज करने की मांग की है। कांग्रेस नेता ने ऐसा न होने की स्थिति में खुद मौके पर पहुंच कर धरना देने की चेतावनी भी दी है। 

दिग्विजय सिंह ने पीड़िता और उसके परिजनों की व्यथा को अपने ट्विटर हैंडल पर साझा करते हुए कहा, मुख्यमंत्री के क्षेत्र में फिर आदिवासी 10 साल की नाबालिक बच्ची का सामूहिक बलात्कार किया गया। 10 दिन हो गए कोई FIR नही कोई मेडिकल नही परिवार वालो पर दबंगों व प्रशासन द्वारा बनाया जा रहा है। जब आदिवासी बच्ची मां के साथ रिपोर्ट लिखने थाना रेहटी गई तो बच्ची को थाने में महिला पुलिस कर्मी ने मारा और भगा दिया । बालिका और परिजनों ने सभी क्षेत्र वासियों से न्याय के लिए गुहार लगाई है।

कांग्रेस नेता ने आगे कहा, अपराधी खुले आम घूम रहे हैं परिवार वालो को मारने की धमकियां दी जा रही हैं बोला जा रहा है निमावर हत्याकांड की तरह तुम्हे भी गाड़ देंगे। हमारी ऊपर तक पहुंच है। दिग्विजय सिंह ने पूछा कि क्या मुख्यमंत्री जी गरीब आदिवासी बच्ची को न्याय दिलवाएँगे? क्या थाने पर FIR नहीं लिखने वालों पर SC ST अत्याचार अधिनियम लागू कर गिरफ्तार करेंगे? देखते हैं। नहीं करेंगे तो मैं स्वयं मौक़े पर जा कर थाने पर धरना दूँगा।

दरअसल बीते 14 फरवरी को रेहटी तहसील के बायां गांव में रहने वाली एक आदिवासी बच्ची को गांव के ही रहने वाले विपिन राजपूत और उसके एक साथी सीताराम कीर ने खेत से घर जाते वक्त अगवा कर लिया था। दोनों आरोपी बच्ची को अपने साथ जंगल में ले गए और वहां बच्ची को जबरन नशीली पदार्थ का सेवन करा उसके साथ दुष्कर्म किया। 

इसके ठीक अगले दिन पीड़िता की मां उसे अपने साथ थाने ले गई। लेकिन वहां शिकायत दर्ज करने के बजाय महिला पुलिसकर्मी ने दोनों को धमकाते हुए मारपीट की और मामले के एक आरोपी सीताराम कीर का नाम सामने लाने पर हाथ पैर तोड़ने की धमकी भी दी गई। पीड़िता के पिता भीम सिंह ने गृह मंत्री को पत्र लिखकर मदद की गुहार भी लगाई है।