नोएडा में 22 लाख की रिश्वत लेने वाले तीनों पुलिसकर्मी बर्खास्त

तीनों पुलिसकर्मी साइबर अपराधी से पैसों की उगाही करने पहुंचे थे, लेकिन जब पुलिसकर्मियों से उल्टा पैसे लूटने की कोशिश की गई तब जा कर इन पुलिसकर्मियों की करतूत का भंडाफोड़ हुआ

Updated: Dec 22, 2020, 03:28 PM IST

Photo Courtesy: Financial Express
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भोपाल। मध्य प्रदेश पुलिस के जबलपुर सायबर सेल में तैनात दो उप निरीक्षकों और एक आरक्षक को बर्खास्त कर दिया गया है। नोएडा में अवैध रूप से पैसे मांगने और आपराधिक षड्यंत्र रचने संबंधी अवैधानिक कृत्य व भ्रष्ट आचरण प्रदर्शित करने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इनको बर्खास्त करने का आदेश जारी किया। मामले में एक अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को पुलिस मुख्यालय अटैच किया गया है।

कुछ दिन पहले दिल्ली से सटे नोएडा में थाना-20 पुलिस ने मध्य प्रदेश पुलिस के एक एसआई समेत 3 पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार किया था।मध्य प्रदेश के पुलिसकर्मियों को रिश्वत और एक्सटॉर्शन जबकि अन्य दो लोगों को इन पुलिसकर्मियों की पिस्टल लूटने के मामले की जांच के दौरान पकड़ा गया था। 

दरअसल 18 दिसंबर को मध्य प्रदेश साइबर सेल के उपनिरीक्षक और सिपाही ने गौतमबुद्धनगर में एफआईआर दर्ज कराई थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि अज्ञात लोगों ने लड़की छेड़ने का आरोप लगा कर उनके साथ मारपीट की। और उसके बाद पिस्तौल लूट ली। लेकिन जब पुलिस ने पूरे मामले की जांच तो कुछ और ही तथ्य सामने आया। ये तीनों पुलिसकर्मी रिश्वत खोरी करने नोएडा पहुंचे थे।

क्या है मामला

दरअसल जबलपुर में दर्ज साइबर ठगी के एक केस की जांच के बहाने तीनों पुलिसकर्मी नोएडा के सेक्टर 18 पहुंचे थे। शुक्रवार को एक बैंक के सामने कुछ लोगों से तीनों का विवाद हो गया था। विवाद बढ़ने पर एक एसआई ने पिस्तौल तान दी, तभी एक बदमाश उनकी सर्विस रिवॉल्वर लेकर भाग खड़ा हुआ। नोएडा पुलिस ने पिस्तौल लूट का मामला दर्ज किया। जिसकी जांच में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। नोएडा के जॉइंट सीपी लव कुमार ने खुलासा किया कि मध्यप्रदेश के तीनों पुलिसकर्मी पैसे की उगाही करने वहां गए थे।

तीनों पुलिसकर्मी साइबर ठगी के मुख्य आरोपी सूर्यभान यादव के संपर्क में थे। सूर्यभान का खाता पुलिस ने फ्रीज करवाया था, उस खाते में 58 लाख रुपये जमा थे। पुलिसकर्मियों का प्लान था कि इस खाते को डिफ्रीज करके कुछ पैसे फरियादी के खाते में डाल दिया जाएं और बाकी 22 लाख रुपए आरोपी सूर्यभान से कैश में ले लिया जाए।आरोपी सूर्यभान ने तीनों पुलिसकर्मियों को लुटवाने की साजिश रची। 

इस बात का खुलासा उसने पूछताछ के दौरान नोएडा पुलिस से किया। वह इस फिराक में था कि पुलिसकर्मियों को 22 लाख देने के बाद उन्हें लुटवा देगा। उसकी साजिश सफल होती इससे पहले ही पुलिसकर्मियों से सूर्यभान का झगड़ा हो गया जिसके बाद एक एसआई ने अपनी रिवॉल्वर निकाल ली, जिसे लेकर सूर्यभान का एक साथी भाग गया।

अपनी सर्विस रिवॉल्वर लूटे जाने की शिकायत पुलिसकर्मी ने नोएडा के सेक्टर 18 के थाने में की। जिसके बाद नोएडा पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की मदद से मुख्य आरोपी सूर्यभान यादव और उसके भाई को गिरफ्तार किया। उनसे पूछताछ में यह पूरी कहानी सामने आई। जिसके बाद मध्य प्रदेश से साइबर सेल की टीम के तीनों सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। नोएडा पुलिस का कहना है कि इससे पहले भी एक एसआई के खाते में 22 लाख रुपये कीमत की बिटक्वॉइन जमा हो चुकी है।