देश की पहली महिला कमेंटेटर का निधन, 88 वर्ष की आयु में अंतिम सांस ली।

चंद्रा नायडू के निधन पर बीसीसीआई के पूर्व सचिव संजय जगदाले ने दुख जताया है।

Updated: Apr 05, 2021, 05:25 AM IST

Photo courtesy: patrika
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भोपाल। भारतीय महिला कमेंटेटर चंद्रा नायडू का लंबी बीमारी के चलते 88 साल की उम्र में निधन हो गया। वे क्रिकेटर सीके नायडू की बेटी थीं। देर रात मनोरमा गंज स्थित अपने निवास पर आख़री सांस ली। चंद्रा नायडू लंबे समय से बीमारी से जूझ रही थी।बीमारी की वज़ह से चलना फिरना बंद हो गया था।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक चंद्रा नायडू अविवाहित थीं।घरेलू सहायिकाएं सालों से देखभाल कर रही थीं। क्रिकेट के जानकारों के अनुसार चंद्रा नायडू भारत की पहली महिला कमेंटेटर हैं।उन्होंने नेशनल चैम्पियन बॉम्बे और एमसीसी की टीमों के बीच इंदौर में वर्ष 1977 में खेले गए क्रिकेट में पहली बार कॉमेंट्री की थी।

चंद्रा नायडू इंदौर के शासकीय कन्या महाविद्यालय में अंग्रेजी की प्रोफेसर रही हैं। नायडू 1982 में लॉर्डस क्रिकेट मैदान पर भारत और इंग्लैंड के बीच खेले गए स्वर्ण जयंती टेस्ट मैच की गवाह बनी थी। वहां उन्होंने लॉर्ड्स कमेटी के कार्यक्रम में एक कार्यक्रम को संबोधित भी किया था। चंद्रा नायडू अपने पिता के जीवन पर आधारित "सीके नायडू ए डॉक्टर रिमेम्बर्स" नाम की लिखी थी।

चंद्रा नायडू के निधन पर बीसीसीआई के पूर्व सचिव संजय जगदाले ने दुख जताया है।उन्होंने कहा कि चंद्रा नायडू देश के महिला जगत में क्रिकेट कॉमेंट्री की पुरोधा थीं और उन्होंने अपने मध्यप्रदेश में महिला क्रिकेट को आगे बढ़ाने में भी योगदान दिया था। उन्होंने कहा, 'मुझे याद है कि अलग-अलग शहरों में आयोजित मैचों के लिए चंद्रा नायडू राज्य की महिला क्रिकेट टीमों के साथ प्रबंधक तथा अन्य भूमिकाओं में जाती थीं और खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाती थीं।'