राज्य और केंद्र में कांग्रेस की सरकार बनाना मेरे जीवन का एकमात्र उद्देश्य, गुना में बोले दिग्विजय सिंह

सीएम पद की दावेदारी को लेकर दिग्विजय सिंह ने कहा, 'मैंने दस साल के लिए मुख्यमंत्री पद संभाल लिया। अब मेरे जीवन का उद्देश्य एक ही है... 2023 में मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार और 2024 में मोदी को हटाओ।'

Updated: Mar 18, 2023, 04:41 PM IST

गुना। कांग्रेस ने मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव 2023 के लिए कमर कस ली है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह प्रदेशभर में लगातार दौरे कर रहे हैं। इसी क्रम में शनिवार को वह ज्योतिरादित्य सिंधिया के लोकसभा क्षेत्र गुना पहुंचे। यहां उन्होंने कहा कि मेरे जीवन का अब उद्देश्य है कि साल 2023 में मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आए और साल 2024 में केंद्र से मोदी को हटाकर कांग्रेस की अथवा भाजपा विरोधी सरकार बनाई जाए। मैं इसके लिए काम कर रहा हूं।

सिंह ने शनिवार को गुना में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा, "आज देश में संसद नहीं चल पा रही है क्योंकि हम अडानी-हिंडनबर्ग मामले की जांच के लिए जेपीसी गठित करने की मांग कर रहे हैं। जेपीसी जांच से दूध का दूध पानी का पानी होता है सरकार को भी पक्ष रखने का मौका मिलता है। लेकिन मोदी जी अडानी और हिंडनबर्ग का उल्लेख तक संसद में नहीं होने देना चाहते हैं। राहुल गांधी के सम्पूर्ण भाषण को उन्होंने असंसदीय बताकर विलोपित कर दिया। इसी तरह कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का भाषण विलोपित कर दिया। ये सब इसलिए ताकि अडानी प्रकरण में मोदी जी की पोल न खुल जाए। अब राहुल गांधी को संसद से निलंबित करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। यह असंसदीय, असंवैधानिक और नियमों के विपरीत है।"

पूर्व सीएम ने राज्य की मौजूदा हालातों को लेकर कहा कि, "मध्य प्रदेश में आदिवासियों के हितों पर कुठाराघात हो रहा है। पेसा कानून के लिए शिवराज सरकार की नींद अब खुली है। मैंने मुख्यमंत्री रहते सन 1998 में पेसा कानून लागू करने की शुरुआत कर दी थी। हमने ग्राम सभा को अधिकार देने वाला कानून भी बनाया था। 20 साल बाद भाजपा को पेसा कानून का याद आया। पेसा कोऑर्डिनेटर के लिए इंटरव्यू बुलाकर कैंसिल कर दिया। भाजपा ने अपने लोगों की अवैध नियुक्तियां की जो योग्य नहीं थे।" उन्होंने सीएम हाउस में कार्यकर्ता केंद्रीय अधिकारी लक्ष्मण सिंह मरकाम पर आरोप लगाया की वह भाजपा के कार्यक्रमों में जाते हैं। सिंह ने बताया कि इस संबंध में वह दो बार पीएम मोदी को पत्र लिख चुके हैं लेकिन कार्रवाई नहीं हुई।

पूर्व मुख्यमंत्री ने आगे कहा, "प्रदेश में आदिवासियों पर झूठे केस बनाए जा रहे हैं। नेमावर में पांच आदिवासियों की हत्या हुई। हत्या करने वाला भाजपा नेता निकला और सरकार उसे बचाने में लग गई। पांच दिन पहले महू में आदिवासी युवती की हत्या हुई। पोस्टमार्टम नहीं कराया जा रहा था क्योंकि यौन उत्पीडन की बात सामने आ जाती। इस बात को लेकर आदिवासियों में रोष थी और उन्होंने थाने के बाहर प्रदर्शन किया। इस दौरान पुलिस ने गोलीबारी की जिसमें एक आदिवासी युवक की मौत हुई और कई घायल हैं। लेकिन सहानुभूति के बजाए पीड़ित परिवार के खिलाफ मुकदमा कर दिया गया।"

उन्होंने इस दौरान मुख्यमंत्री चौहान पर निशाना साधते हुए कहा कि, "उनके परिवार के एक व्यक्ति ने अपने खेत पर मजदूरी के लिए बैतूल से आदिवासियों को बुलाया था। सीएम परिवार के नौजवान ने महिलाओं के साथ छेड़छाड़ की। इस बात पर कहासुनी हुई तो एक लड़के को उठाकर ले गए और उसकी मौत हो गई। बाद में कहा कि उसे सांप ने काट लिया और पोस्टमार्टम नहीं होने दिया। पुलिस की मौजूदगी में दाह-संस्कार कराया गया। इसी प्रकार हाथरस में हुआ था। एमपी बमोरी में भी भाजपा के लोगों ने एक महिला को जिंदा जला दिया। भाजपा मूलरूप से दलित आदिवासी के खिलाफ हैं।"

सिंह ने बागेश्वर धाम के धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के हिंदू राष्ट्र बनाए जाने वाले बयान पर कहा, "भारतीय संविधान में हिन्दू राष्ट्र का प्रावधान नहीं है। भाजपा के नेता बताएं कि उन्हें भारतीय संविधान में भरोसा है या नहीं। जो उनके पास कथा सुनने जाते हैं, वह भी बताएं कि उन्हें भारतीय संविधान में भरोसा है या नहीं। अगर इन लोगों को भरोसा नहीं है तो सभी भाजपा के विधायक, मंत्रियों को इस्तीफा दे देना चाहिए, क्योंकि उन्होंने भारतीय संविधान की शपथ ली है। ये देश सब का है विविधता में एकता देश की ताकत है।"

सिंह ने आरएसएस पर गुना में गौशाला की जमीन कब्जाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, "गुना की गौशाला पर आरएसएस ने कब्जा कर रखा है। ये उनका गौ प्रेम नहीं बल्कि संघियों का भूमि प्रेम है। गुना की सौ करोड़ कीमती जमीन 48 लाख रुपए में दे दी गई। अब गौ माता कहां जाएंगी? ये है इनका गौ प्रेम? आरएसएस, वीएचपी और भाजपा के खिलाफ हम लड़ाई लड़ेंगे। गौशाला की जमीन उनके पास नहीं जा सकती। हमारी सरकार ने गौशाला के लिए लीज दी थी उस लीज को समाप्त करके आरएसएस की संस्था के नाम जमीन की रजिस्ट्री कर दी गई। कांग्रेस पार्टी गौ सेवा के लिए हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट जाएगी। कांग्रेस इसे प्रदेशभर में मुद्दा बनाएगी। कौन लोग हैं... जो धर्म के नाम पर लोगों को गुमराह कर रहे हैं, धर्म के नाम पर लोगों को बांट रहे हैं, हिंसा फैला रहे हैं, नफरत फैला रहे हैं, उसे उजागर करेंगे।"