यूजी-पीजी की परीक्षाएं जून-जुलाई में होंगी आयोजित, कॉलेजों में नवंबर के बाद तक जारी रह सकती है प्रवेश प्रक्रिया

कोरोना की वजह से कॉलेज में पढ़ने वाले छात्रों की परीक्षाओं पर भी सीधा असर पड़ा है। अब स्नातक स्तर की परीक्षा जून और स्नातकोत्तर की परीक्षाएं जुलाई में होंगी।

Updated: May 18, 2021, 09:34 AM IST

Photo courtesy: hindustan
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भोपाल। कोरोना संक्रमण का असर कॉलेज में पढ़ने वाले छात्रों की परीक्षाओं पर भी सीधा पड़ा है। स्नातक व स्नातकोत्तर की परीक्षाऐं देर से आयोजित हो रहीं हैं। अब स्नातक स्तर की परीक्षा जून और स्नातकोत्तर की परीक्षाएं जुलाई में होंगी। परीक्षाएं देर से होने के साथ ही प्रवेश प्रक्रिया पर भी प्रभाव पड़ेगा। हालांकि अब तक प्रवेश प्रक्रिया के लिए तैयारी शुरू नहीं हुई है। उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि 12वीं के परीक्षा परिणाम के बाद ही स्नातक प्रथम वर्ष में छात्रों की प्रवेश प्रक्रिया शुरू की जाएगी।


इसी के साथ स्नातक अंतिम वर्ष का परिणाम घोषित होने के बाद स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में प्रवेश शुरू होंगे। स्नातक परीक्षाओं के परिणाम जुलाई में घाेषित किए जाएंगे। देर तक प्रवेश प्रक्रिया जारी रहने की वजह से छात्रों को भी नुकसान होता है। उन्हें वार्षिक परीक्षा की तैयारी के लिए समय नहीं मिल पाता। सालभर का कोर्स चार माह में पूरा करना होता है। अधिकारियाें ने बताया कि प्रवेश प्रक्रिया जुलाई से शुरू होना चाहिए। लेकिन इस बार कोराेना की स्थितियों के वजह से यह नवंबर तक जारी रह सकती है।

उच्च शिक्षा विभाग के ओएसडी डॉ. धीरेंद्र शुक्ला ने बताया कि अभी पूरा फोकस परीक्षाओं पर है। अगले महीने से परीक्षाएं होना है। इसके बाद 12वीं का जब परिणाम आएगा उसके बाद से प्रवेश शुरू होंगे। अगर स्थिति सामान्य रही तो जुलाई से प्रक्रिया शुरू होना चाहिए।

गौरतलब है कि यूजी और पीजी प्रथम वर्ष व तृतीय वर्ष में अध्ययनरत छात्रों की परीक्षाऐं अप्रैल महीने में आयोजित होनी थी। प्रदेश में बढ़ते कोरोना की रफ्तार को देखते हुए अप्रैल माह में आयोजित होने वाली परीक्षा टाल दी गई है। अब ये परीक्षा जुलाई माह के आखरी सप्ताह तक आयोजित कराई जा सकती हैं।