PCC चीफ के आपत्तिजनक पोस्टर को लेकर बवाल, भोपाल के चुनाभट्टी थाने में धरने पर बैठे कांग्रेस नेता
राजधानी भोपाल में कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के विरुद्ध आपत्तिजनक पोस्टर लगाए गए थे, जिसे लेकर सियासी बवाल खड़ा हो गया है। कांग्रेस आरोपियों के विरुद्ध FIR दर्ज करने की मांग कर रही है।

भोपाल। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर सत्तापक्ष और विपक्ष में रार बढ़ती नजर आ रही है। राजधानी भोपाल में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के विरुद्ध आपत्तिजनक पोस्टर्स लगाए जाने को लेकर सियासी बवाल बढ़ गया है। कांग्रेस इस मामले में एफआईआर की मांग को लेकर चुना भट्टी थाने में धरने पर बैठ गई है।
दरअसल, शुक्रवार सुबह भोपाल में पीसीसी चीफ कमलनाथ के विरुद्ध आपत्तिजनक पोस्टर्स लगे मिले थे।इन पोस्टरों में कमलनाथ को वांटेड बताया गया था। पोस्टर में वांटेड "करप्शन नाथ" लिखा हुआ था साथ ही पोस्टर के उपर एक बार कोड भी था। इस कोड से पहले लिखा है, करप्शन नाथ के कांड जानें, और जब इस कोड को स्कैन किया जाता है तो एक वीडियो प्ले हो जाता है...जिसमे 15 महीने के कांग्रेस सरकार पर घोटाले के आरोप लगाए गए हैं।
कमलनाथ जी के खिलाफ आपत्तिजनक पोस्टर लगाने के खिलाफ कांग्रेस कार्यकर्ता चुना भट्टी थाने में एफ आई आर दर्ज कराने गए हैं। एफ आई आर दर्ज न किए जाने पर सभी नेता और कार्यकर्ता वहीं धरने पर बैठ गए हैं। pic.twitter.com/LHCczfT4Xh
— Piyush Babele||पीयूष बबेले (@BabelePiyush) June 23, 2023
मामले में कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि कमलनाथ कि छवि खराब करने के लिए बीजेपी ने ऐसा किया है। कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल इस मामले की जांच और एफआईआर की मांग को लेकर चुना भट्टी थाने पहुंचा। यहां पुलिस द्वारा एफआईआर दर्ज करने से इंकार करने पर कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता धरने पर बैठ गए। मौक पर पूर्व मंत्री व कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा भी मौजूद हैं।
इससे पहले कमलनाथ ने भी पीसीसी मुख्यालय में मामले पर प्रतिक्रिया दी थी। कमलनाथ ने कहा कि, "हमारे देश में सबसे भ्रष्ट प्रदेश सरकार मध्य प्रदेश की है। सबसे भ्रष्ट मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान हैं। वह मुझे नीचा दिखाना चाहते हैं लेकिन वह मुझे कभी नीचा नहीं दिखा पाएंगे। मुझ पर राजनीतिक जीवन में एक भी आरोप नहीं लगे। भारतीय जनता पार्टी का हर एक नेता भ्रष्टाचार में लिप्त है। प्रदेश में जब तक भ्रष्टाचार नहीं हो सकता जब तक मुख्यमंत्री उसमें भागीदार ना हो। मुझे भारतीय जनता पार्टी के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं जनता मेरी गवाह है।"