हमें हिंदू राष्ट्र की आवश्यकता नहीं, इन्होंने धर्म को धंधा बना लिया है, धर्म के नाम पर राजनीति करने वालों पर बरसे शंकराचार्य

आज के समय हिंदू राष्ट्र की नहीं बल्कि रामराज्य की जरूरत है क्योंकि रामराज में सभी समुदाय को सामान्य रूप से न्याय मिल जाता है: ज्योतिष पीठाधीश्वर शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद

Updated: May 25, 2023, 09:55 PM IST

छिंदवाड़ा। ज्योतिष पीठाधीश्वर शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने धर्म के नाम पर राजनीति करने वालों की तीखी आलोचना की है। शंकराचार्य ने कहा कि कुछ लोगों ने धर्म को धंधा बना लिया है। हिंदू राष्ट्र की मांग का विरोध करते हुए ज्योतिष पीठाधीश्वर ने कहा कि हमें रामराज्य की आवश्यकता है, हिंदू राष्ट्र की नहीं।

जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद गुरुवार को
शक्तिपीठ बड़ी माता मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए छिंदवाड़ा पधारे थे। यहां उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि देश में, 'रामराज्य की जरूरत है, क्योंकि हिंदू राष्ट्र में सिर्फ हिंदू को ही गिना जाएगा लेकिन रामराज्य में सभी वर्गों को सामान्य रूप से न्याय मिल जाता है। रामराज्य में भगवान ने एक कुत्ते को भी न्याय दिया था और जरूरत पड़ने पर माता सीता का भी त्याग कर दिया था।'

जगद्गुरु शंकराचार्य ने आगे कहा, 'आज की जो राजनीति है वह ध्रुवीकरण की राजनीति चल रही है, इसमें हिदू राष्ट्र की मांग करना सही नहीं होगा। हमें राजनीति से कोई मतलब नहीं है। कुछ लोगों ने धर्म को व्यापार से जोड़ दिया है बाद में जब उनकी पोल पट्टी खुल जाती है तो लोग धर्म से विमुख होने लगते हैं। इसलिए लोग धर्म पर ज्यादा विश्वास नहीं कर रहे हैं।'

शंकराचार्य ने आगे कहा, 'धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र से हो रहा मोहभंग ही हिंदू राष्ट्र के मांग की प्रमुख वजह हो सकती है। हिंदू राष्ट्र बनने से हिंदुओं की गोलबंदी होगी। गोलबंदी का मतलब है ध्रुवीकरण। हमारे सनातन की अवधारणा में सभी व्यक्तियों को एक समान समझा गया है। यदि हिंदू राष्ट्र की बात होगी तो जो व्यक्ति हिंदू नहीं है उसके साथ अन्याय हो जाएगा और यह हमारी मान्यताओं के विपरीत है। हमें रामराज्य की बात करनी चाहिए जिसमें हर व्यक्ति को समान रूप से समझा जाता था।'