MP में स्मार्ट मीटर बनी आफत, पुराने मीटर के मुकाबले हर रोज एक यूनिट ज्यादा बना रहे बिल
मध्य प्रदेश के कई जिलों में बिजली कंपनी स्मार्ट मीटर लगा रही है। जिसका कई जगह विरोध हुआ। इसमें शिकायतें मिली कि बिजली खपत ज्यादा हो रही है जिससे बिल ज्यादा आ रहा है।

भोपाल। मध्य प्रदेश के कई जिलों में बिजली कंपनी स्मार्ट मीटर लगा रही है। जिसका कई जगह विरोध हुआ। इसमें शिकायतें मिली कि बिजली खपत ज्यादा हो रही है जिससे बिल ज्यादा आ रहा है। उपभोक्ताओं की विद्युत कंपनी के प्रति नाराजगी बढ़ रही है। इसी बीच प्रदेश में अलग-अलग जिलों में बिजली के पुराने और नए मीटर की यूनिट चेक कराई गई।
नर्मदापुरम के इटारसी नपा के वार्ड 17 की पार्षद मीना साहू के घर पर 19 जुलाई को चेक मीटर लगाया गया था। इनमें पुराने मीटर के साथ ही स्मार्ट मीटर भी लगे हैं। वहीं 19 जुलाई को दोपहर 12:30 बजे तक पुराने मीटर की रीडिंग 18158.8 थीं। इसी समय स्मार्ट मीटर को लगाया गया। इसकी रीडिंग 0.8 निकलीं। आगे 22 जुलाई तक पुराने मीटर की रीडिंग 182216.4 और नए मीटर की रीडिंग 61.9 थीं। पार्षद का कहना है कि स्मार्ट मीटर से रीडिंग ज्यादा निकल रही। तीन दिनों में ही सवा यूनिट बिजली जली।
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विदिशा के हीरापुरा निवासी महेश सिंह के घर में जून महीने में स्मार्ट मीटर लगाया था। लेकिन इससे उनके घर की बिजली खपत लगातार बढ़ रही है। बता दें प्रदेश में बिजली उपभोक्ताओं को 100 रुपए में 100 यूनिट बिजली मिलती है। इनकी यूनिट प्रति महीने 90 से 100 यूनिट के बीच बनती है। लोगों ने इसकी शिकायत भी की है लेकिन विद्युत विभाग द्वारा कोई समाधान नहीं मिल रहा। ऐसे में अगर स्मार्ट मीटर से 10 यूनिट बिजली भी बड़ी तो उपभोक्ता इस सब्सिडी स्कीम से बाहर हो जाएंगे।