सैनिकों की लाशों पर लड़ा गया 2019 का चुनाव, जांच होती तो देना पड़ता इस्तीफा: सत्यपाल मलिक

अलवर में एक कार्यक्रम के दौरान सत्यपाल मलिक ने कहा कि 2019 का लोकसभा चुनाव मोदी सरकार ने सैनिकों की लाशों पर लड़ा। अगर उस दौरान जांच होती तो राजनाथ सिंह को अपना इस्तीफा देना पड़ता।

Updated: May 22, 2023, 05:20 PM IST

अलवर। जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने एक बार फिर मोदी सरकार पर हमला बोला है। इस बार सत्यपाल मलिक ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को भी टारगेट किया है। सत्यपाल मलिक ने पुलवामा हमले को लेकर बड़ी बात कही है। उन्होंने कहा कि 2019 का लोकसभा चुनाव सैनिकों की लाशों पर लड़ा गया है। 

राजस्थान के अलवर जिले के बानसूर में एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने केंद्र सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा, “2019 का लोकसभा चुनाव हमारे सैनिकों की लाशों पर लड़ा गया था और कोई जांच नहीं हुई। अगर जांच होती तो तत्कालीन गृहमंत्री राजनाथ सिंह को इस्तीफ देना पड़ता। कई अधिकारी जेल में होते और एक बड़ा विवाद पैदा हो जाता। इन लोगों ने जांच नहीं कराई।"

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सत्यपाल मलिक ने दावा किया कि हमले के तुरंत बाद उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इसकी जानकारी दी थी और उन्हें चुप रहने के लिए कहा गया। मलिक ने आगे कहा, “प्रधानमंत्री जिम कॉर्बेट राष्ट्रीय उद्यान में अपनी शूटिंग कर रहे थे। जब वह वहां से बाहर आए तो मुझे फोन आया, मैंने उनसे कहा कि हमारे सैनिक मारे गए हैं और वे हमारी गलती से मारे गए हैं। इस पर उन्होंने मुझे चुप रहने के लिए कहा और इस विषय पर बात नहीं करने को कहा।"

इस दौरान सत्यपाल मलिक उद्योगपति गौतम अडानी के मुद्दे को लेकर भी पीएम मोदी पर हमला बोला। मलिक ने कहा, "एक गौतम अडानी हैं, जिन्होंने तीन साल में इतनी दौलत जमा कर ली कि देश के सबसे अमीर व्यक्ति हो गए।” उन्होंने लोगों से सवाल करते हुए कहा कि आप में से किसी की दौलत बढ़ी हो तो मुझे बताएं। बता दें कि जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी, 2019 को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के काफिले पर हुए आतंकी हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे।