नए संसद भवन के उद्घाटन में राष्ट्रपति को निमंत्रण न देना लोकतांत्रिक मर्यादाओं का अपमान: कांग्रेस अध्यक्ष
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने नए संसद भवन के उद्घाटन के मौके पर राष्ट्रपित को निमंत्रित न किए जाने पर मोदी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि यह लोकतांत्रिक मर्यादाओं का अपमान है।

नई दिल्ली। नए संसद भवन के उद्घाटन को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। दरअसल, उद्घाटन समारोह में राष्ट्रपति को आमंत्रित न किए जाने पर केंद्र की मोदी सरकार की चौतरफा आलोचना हो रही है। इसी बीच कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का बड़ा बयान सामने आया है। खड़गे ने कहा कि नए संसद भवन के उद्घाटन में राष्ट्रपति को निमंत्रण न देना लोकतांत्रिक मर्यादाओं का अपमान है।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, 'जब नए संसद भवन की बुनियाद (आधारशिला) रखी गई थी, तो उस समय के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को निमंत्रण नहीं दिया गया था। अब जबकि नए संसद भवन का उद्घाटन होना है तो मौजूदा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को आमंत्रित नहीं किया जा रहा है।'
The President of India Smt. Droupadi Murmu is not being invited for the inauguration of the new Parliament Building.
— Mallikarjun Kharge (@kharge) May 22, 2023
The Parliament of India is the supreme legislative body of the Republic of India, and the President of India is its highest Constitutional authority.
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खड़गे ने कहा कि, 'संसद भारतीय गणतंत्र का सर्वोच्च सदन है और राष्ट्रपति सर्वोच्च संवैधानिक पद होता है। राष्ट्रपति मुर्मू ही देश, सरकार, विपक्ष और प्रत्येक भारतीय नागरिक की एकमात्र प्रतिनिधि हैं। यदि उनके द्वारा संसद भवन का उद्घाटन होता है तो इससे साबित होगा कि मौजूदा सरकार देश के लोकतांत्रिक मूल्यों और संवैधानिक परंपराओं के प्रति संकल्पबद्ध है।'
कांग्रेस अध्यक्ष ने आगे कहा कि मोदी सरकार निरंतर इन परंपराओं का उल्लंघन करती रही है। उन्होंने आरोप लगाा कि राष्ट्रपति कार्यालय को बीजेपी-आरएसएस सरकार द्वारा मात्र दिखावे में बदल दिया गया है। बता दें कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी एक ट्वीट में कहा था कि संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति द्वारा किया जाना चाहिए, न कि प्रधानमंत्री द्वारा।
The Modi Govt has repeatedly disrespected propriety.
— Mallikarjun Kharge (@kharge) May 22, 2023
The Office of the President of India is reduced to tokenism under the BJP-RSS Government.
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रिपोर्ट्स के मुताबिक संसद भवन का उद्घाटन 28 मई को होना है और प्रधानमंत्री इसका उद्घाटन करेंगे। विपक्षी नेता सरकार की इस बात के लिए भी आलोचना कर रहे हैं कि 28 मई का दिन वी डी सावरकर का जन्मदिवस होता है, और उनके जन्मदिन पर लोकतंत्र के मंदिर का उद्घाटन करना उन सिद्धांतों पर कुठाराघात है जिनपर देश आधारित है।