Congress: भारत में लोकतंत्र मज़बूत होता, तो अर्णब और मोदी से पुलवामा का सच पूछा जाता

कांग्रेस ने कहा, लीक हुए वॉट्सऐप चैट से पता चलता है कि अर्णब गोस्वामी को पहले से थी पुलवामा हमले की जानकारी, दिग्विजय सिंह और पी चिदंबरम ने उठाए गंभीर सवाल, यूथ कांग्रेस ने की गिरफ़्तारी की माँग

Updated: Jan 17, 2021, 05:23 PM IST

Photo Courtesy: Twitter/Youth Congress
Photo Courtesy: Twitter/Youth Congress

भोपाल/नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी ने रिपब्लिक टीवी के मालिक अर्णब गोस्वामी के वॉट्सऐप चैट लीक होने के बाद एक बार फिर से पुलवामा के आतंकी हमले में भारतीय जवानों के शहीद होने का मुद्दा उठाया है। मध्य प्रदेश कांग्रेस ने लीक हुए चैट्स के आधार पर कई ऐसे सवाल पूछे हैं, जिनकी वजह से पर आने वाले दिनों में देश का सियासी पारा बढ़ सकता है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम जैसे कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने इस सिलसिले में बेहद गंभीर मुद्दे सामने रखे हैं, जबकि यूथ कांग्रेस ने तो अर्णब गोस्वामी को फौरन गिरफ्तार किए जाने की मांग कर दी है। 

लीक हुए चैट्स से मोदी सरकार बेनक़ाब : कांग्रेस

कांग्रेस पार्टी ने लीक हुए चैट के आधार पर सबसे बड़ा आरोप तो यह लगाया है कि अर्णब गोस्वामी को पुलवामा हमले की जानकारी पहले से थी। इतना ही नहीं, पार्टी ने इन चैट्स के आधार पर  यह भी कहा है कि अर्णब गोस्वानी को बालाकोट एयर स्ट्राइक और प्रधानमंत्री मोदी की चुनावी जीत की जानकारी भी पहले से थी। कांग्रेस के मुताबिक़ लीक हुए चैट्स से मोदी सरकार बेनक़ाब हो गई है, इनसे पता चलता है कि प्रधानमंत्री कार्यालय अर्णब गोस्वामी की जेब में रहा है। कांग्रेस का कहना है कि इन लीक हुए चैट्स के 512 पन्नों में और भी बहुत कुछ ऐसा है, जिस पर गंभीर सवाल खड़े होते हैं।

 

 

मध्य प्रदेश कांग्रेस का आरोप है कि अर्णब गोस्वामी के वॉट्सएप चैट में ऐसी बहुत सी बातें सामने आई हैं, जिन्हें देखकर लगता है कि आज अगर भारत में मज़बूत लोकतंत्र होता तो अर्णब गोस्वामी और प्रधानमंत्री मोदी से पुलवामा की सच्चाई पूछी जाती। कांग्रेस के मुताबिक़ वॉट्सऐप चैट से यह सच्चाई भी सामने आई है कि "पुलवामा हमले में 40 जवानों की शहादत के बाद अर्नब गोस्वामी ख़ुश हुआ।" कांग्रेस ने इसका हवाला देते सवाल पूछा है कि "मोदी जी, ये राष्ट्रवाद है या राष्ट्रद्रोह..? राष्ट्रद्रोही का साथ देने वाली बीजेपी क्या है..? देश लज्जित है, देशद्रोही सुसज्जित है।"

 

कांग्रेस ने इस मुद्दे पर #AntiNationalBjpArnab हैशटैग के साथ कई ट्वीट्स किए हैं, जिनमें बीजेपी-अर्नब के रिश्ते को 'ठगबंधन' बताते हुए उन पर 'देश को लज्जित करने' का आरोप भी लगाया है। इस सिलसिले में कांग्रेस ने ट्विटर के ज़रिए तीखा हमला करते हुए लिखा है, “अर्णब गोस्वामी का खेल, पत्रकारिता को किया मटमेल। पत्रकारिता की आड़ में बीजेपी एजेन्ट बनकर सरकार की नाकामियों को छिपाने वाले गिरोह के मुख्य सदस्य के लीक व्हाट्सअप चैट पर एक स्वतंत्र पत्रकार की टिप्पणी। मोदी जी, आपने लोकतंत्र के सभी स्तम्भों को बराबरी से नोंचा है।”

दिग्विजय सिंह ने पूछे बेहद गंभीर सवाल 

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने भी पुलवामा हमले का मसला उठाते हुए गंभीर सवाल किए हैं। उन्होंने पूछा है कि क्या देश के गृह मंत्री, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार या नेशनल इनवेस्टिव एजेंसी (NIA) के महानिदेशक हमें बताएंगे कि आतंकवादियों की मदद करते हुए पकड़ा गया देविंदर सिंह अभी कहां है और उसके ख़िलाफ़ चल रहे मुक़दमों का मौजूदा स्टेटस क्या है? उन्होंने याद दिलाया है कि आतंकवादियों के साथ पकड़े गए जम्मू - कश्मीर पुलिस के अधिकारी देविंदर सिंह का नाम न सिर्फ़ अफ़ज़ल गुरु ने संसद पर हुए हमले के संदर्भ में लिया था, बल्कि वो पुलवामा में भी तैनात था और पूरे इलाक़े को अच्छी तरह से जानता था। मैं उम्मीद करता हूँ कि NIA ने आतंकी हमले से पहले पुलवामा और उसके आसपास के इलाके में देविंदर सिंह की मौजूदगी के बारे में तहकीकात ज़रूर की होगी।

 

एक पत्रकार और उसके दोस्त को बालाकोट एयरस्ट्राइक की जानकारी पहले से कैसे थी: चिदंबरम

वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम ने भी अर्णब गोस्वामी के लीक हुए वॉट्सऐप चैट की ओर इशारा करते हुए कई गंभीर सवाल उठाए हैं। चिदंबरम ने पूछा है, "क्या असल स्ट्राइक से तीन दिन पहले एक पत्रकार (और उसके दोस्त) को बालाकोट शिविर में जवाबी हमले के बारे में पता था? यदि हाँ, तो इस बात की क्या गारंटी है कि उनके स्रोतों ने पाकिस्तान के साथ काम करने वाले जासूसों या मुखबिरों सहित अन्य लोगों के साथ भी जानकारी साझा नहीं की होगी? राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी गोपनीय निर्णय की जानकारी सरकार-समर्थक पत्रकार को कैसे मिली?"

देश विरोधी अर्णब को गिरफ्तार करो: यूथ कांग्रेस

वहीं यूथ कांग्रेस ने तो अर्णब गोस्वामी को इस मामले में गिरफ्तार किए जाने की मांग कर दी है। यूथ कांग्रेस ने ट्वीट किया है, "14 फरवरी को दोपहर 3 बजकर 15 मिनट पर आतंकवादी पुलवामा में हमला करके हमारे 40 जवानों को शहीद कर देते हैं और उसी दिन शाम 5 बजकर 42 मिनट पर अर्णब कहता है, "इस हमले में हमारी ज़बरदस्त जीत हुई है।" ये आदमी जो हमारे जवानों की मौत का जश्न मना रहा है, भक्तों के लिए राष्ट्रवादी आइकन है?"