किसानों के समर्थन में केजरीवाल का उपवास, मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा ढोंग
आंदोलन के बीच किसान आज भूख हड़ताल कर रहे हैं, अरविंद केजरीवाल ने दावा किया है कि किसानों के समर्थन में वे भी उपवास पर हैं
नई दिल्ली। किसान आंदोलन के बीच लगातार सरकार और विपक्षी दलों के बीच ज़ुबानी जंग जारी है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने किसानों के समर्थन में उपवास पर रहने का ऐलान किया तो केन्द्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने अरविंद केजरीवाल के इस दावे को पाखंड करार दे दिया है। जावड़ेकर ने कहा है कि केजरीवाल सिर्फ ढोंग कर रहे हैं।
दरअसल बीते 26 नवंबर से आंदोलन कर रहे किसान आज भूख हड़ताल पर हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी किसानों के समर्थन में उपवास पर रहने का दावा किया है। इस बयान पर बीजेपी के केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने मुख्यमंत्री को आड़े हाथों लेते हुए कहा है, 'अरविंद केजरीवाल जी, ये आपका पाखण्ड है। आपने पंजाब विधानसभा चुनावों में वादा किया था कि जीतने पर APMC कानून में संशोधन किया जाएगा। नवम्बर 2020 में आपने दिल्ली में कृषि कानूनों को अधिसूचित भी किया और आज आप उपवास का ढोंग कर रहे हो। यह कुछ और नही बल्कि पाखण्ड ही है।'
.@arvindkejriwal जी, ये आपका पाखण्ड है। आपने पंजाब विधानसभा चुनावों में वादा किया था कि जीतने पर APMC कानून में संशोधन किया जाएगा। नवम्बर 2020 में आपने दिल्ली में कृषि कानूनों को अधिसूचित भी किया और आज आप उपवास का ढोंग कर रहे हो। यह कुछ और नही बल्कि पाखण्ड ही है। @BJP4India
— Prakash Javadekar (@PrakashJavdekar) December 14, 2020
वहीं पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी केजरीवाल के अनशन की योजना को नाटक करार दिया है। अरविंद केजरीवाल ने कैप्टन अमरिंदर सिंह को जवाब देते हुए कहा है कि 'कैप्टन जी, मैं शुरू से किसानों के साथ खड़ा हूँ। दिल्ली के स्टेडियम जेल नहीं बनने दी, केंद्र से लड़ा। मैं किसानों का सेवादार बनके उनकी सेवा कर रहा हूँ। आपने तो अपने बेटे के ED केस माफ़ करवाने के लिए केंद्र से सेटिंग कर ली, किसानों का आंदोलन बेच दिया? क्यों?
कैप्टन जी, मैं शुरू से किसानों के साथ खड़ा हूँ। दिल्ली के स्टेडीयम जेल नहीं बनने दी, केंद्र से लड़ा। मैं किसानों का सेवादार बनके उनकी सेवा कर रहा हूँ
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) December 14, 2020
आपने तो अपने बेटे के ED केस माफ़ करवाने के लिए केंद्र से सेटिंग कर ली, किसानों का आंदोलन बेच दिया? क्यों? https://t.co/J3VzLgCI3M
एक तरफ विपक्षी दल किसानों को समर्थन दे रहे हैं लेकिन साथ ही इस बात की भी होड़ मची हुई है कि आखिर किसानों का हितैषी कौन सा दल है। पंजाब विधानसभा में तो कृषि कानूनों के विरुद्ध बाकायदा बिल भी पारित किया जा चुका है। तो वहीं पंजाब में अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं को देखते हुए आम आदमी पार्टी भी हर संभव तरीके से किसानों को उनका हितैषी दिखाने का कोई मौका हाथ से गंवाना नहीं चाहती। इन सबके बीच सरकार और बीजेपी के नेता लगातार विपक्षी दलों पर किसानों को भ्रमित करने का आरोप लगा रहे हैं।
केन्द्र के कृषि कानूनों के विरोध का आज 19 वां दिन है। किसान लगातार कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग कर रहे हैं लेकिन, सरकार उनमें कुछ बदलावों के अलावा किसी अन्य चीज़ पर राज़ी नहीं है। हालांकि किसानों का विरोध अब भी जारी है और आज वे भूख हड़ताल पर हैं।