उत्तराखंड में हिमस्खलन से तबाही: द्रौपदी पर्वत पर फंसे 10 पर्वतारोहियों की मौत, 11 अन्य की तलाश जारी
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उन्होंने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से बात की है और बचाव अभियान में तेजी लाने के लिए सेना से मदद की गुहार लगाई है।
देहरादून। केदारनाथ के बाद अब उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में हिमस्खलन की खबर है। हिमस्खलन के कारण नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के 28 प्रशिक्षुओं पर्वतारोहियों के बर्फ में फंसे होने की सूचना है। हादसे में 10 प्रशिक्षार्थिों की मौत भी हो गई है जबकि 11 लापता हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केंद्र सरकार से मदद की गुहार लगाई है।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ट्वीट कर बताया है कि हिमस्खलन में फंसे पर्वतारोही प्रशिक्षार्थियों को बचाने के लिए जिला प्रशासन, NDRF, SDRF, सेना और ITBP के जवानों द्वारा तेजी से राहत और बचाव कार्य चलाया जा रहा है। सीएम धामी ने कहा कि उन्होंने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से बात की है और बचाव अभियान में तेजी लाने के लिए सेना से मदद की गुहार लगाई है। धामी ने कहा, 'उन्होंने हमें केंद्र की ओर से हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया है।'
मा. रक्षा मंत्री श्री @rajnathsingh जी से वार्ता कर रेस्क्यू अभियान में तेजी लाने के लिए सेना की मदद लेने हेतु अनुरोध किया है, जिसको लेकर उन्होंने हमें केंद्र सरकार की ओर से हर सम्भव सहायता देने के लिए आश्वस्त किया है। सभी को सुरक्षित निकालने हेतु रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है।
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) October 4, 2022
इस बीच, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी ट्विटर पर जानमाल के नुकसान पर दुख व्यक्त किया। राजनाथ सिंह ने ट्वीट में किया, 'उत्तरकाशी में नेहरू पर्वतारोहण संस्थान द्वारा किए गए पर्वतारोहण अभियान में भूस्खलन के कारण कीमती जान गंवाने की दुखद सूचना से से गहरा दुख हुआ है। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदना है, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है।'
Deeply anguished by the loss of precious lives due to landslide which has struck the mountaineering expedition carried out by the Nehru Mountaineering Institute in Uttarkashi. My condolences to the bereaved families who have lost their loved ones. Okay 1/2
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) October 4, 2022
उत्तराखंड के आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने बताया कि ट्रेनिंग में प्रशिक्षक व प्रशिक्षणार्थी सहित कुल 175 लोग थे। जिसमे 29 लोग एवलांच की चपेट में आये हैं। 8 लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया है, 10 लोगों की मौत हो गई, शेष अन्य का रेस्क्यू कार्य गतिमान है। रेस्क्यू के लिए हेलीकॉप्टर कि मदद ली जा रही है।